क्रांति समय ( दैनिक समाचार & चैनल )

आप में फिर एक बार विद्रोह के आसार, पार्टी के 8 नगर पार्षद गायब, कमिश्नर के समक्ष पेश हुए 14

सूरत,गुजरात विधानसभा के इस वर्ष के अंत में होनेवाले चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) को झटके पे झटके लग रहे हैं| पिछले सप्ताह आम आदमी पार्टी के सूरत के पांच नगर पार्षदों ने भाजपा का दामन थाम लिया था| भाजपा जॉइन करने वाले 5 नगर पार्षदों की सदस्यता रद्द करने की सूरत नगर निगम के आयुक्त के समक्ष पेशकश करने के लिए 22 नगर पार्षदों का जाना था| लेकिन कमिश्न के समक्ष 22 में से 14 नगर पार्षद ही पहुंचे| 8 विधायकों के गायब रहने के सवाल पर विपक्ष के नेता ने बताया कि किन्हीं वजहों से वह आ नहीं पाए| बता दें कि सूरत नगर निगम के चुनाव में आप ने 27 सीटें जीती थीं| जिसमें 5 नगर पार्षदों ने पिछले सप्ताह भाजपा का दामन थाम लिया| जिसमें आप के दंडक भावना सोलंकी, ज्योतिका लाठिया, मनीषा कुकडिया, ऋता दुधागरा और विपुल मोवलिया शामिल हैं|

आप ने इन नगर पार्षदों को गद्दार घोषित किया था और इनकी सदस्यता रद्द करने के लिए पार्टी के अन्य नगर पार्षद सूरत महानगर पालिका आयुक्त बंछानिधि पानी से लिखित पेशकश के लिए जमा हुए थे| जिसमें 8 पार्षद गायब थे| विपक्ष के नेता धर्मेश भंडेरी ने अनुपस्थित रहने पर पार्षदों से सवाल किया तो अजीबोगरीब जवाब मिले| वोर्ड 4 के पार्षद घनश्याम मकवाणा ने बताया कि उनकी मोटर साइकिल पंचर हो गई थी, जिसकी वजह से वह पहुंच नहीं पाए| यह वही घनश्याम मकवाणा वही हैं, जिन्होंने कुछ दिन पहले दावा किया था कि भाजपा की ओर से उन्हें फोन आया था| ऐसे में घनश्याम मकवाणा की पंचर वाली बात पार्टी को हजम नहीं हो रही| दूसरी और पार्टी ने मनपा आयुक्त से मुलाकात के दौरान अनुपस्थित रहे नगर पार्षदों को लेकर सफाई दी है| पार्टी का कहना है कि कोई पारिवारिक तो कोई सामाजिक कार्यों में व्यस्त होने के कारण मनपा आयुक्त से मुलाकात के वक्त उपस्थित नहीं रहे| एक साथ 8 नगर पार्षदों के अनुपस्थिति को लेकर चर्चा शुरू हो गई कि आप में फिर एक बार टूट हो सकती है|

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