गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि संसद, सरकार और न्यायपालिका लोकतंत्र के स्तंभ हैं। न्यायपालिका को सबके विकास, विश्वास और श्रद्धा का केंद्र करार देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार और न्यायपालिका परस्पर तालमेल और पवित्रता के साथ काम करे, तो राष्ट्र विकास की नई ऊंचाइयां हासिल कर सकता है। राज्यपाल केवडिया में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय न्यायिक सम्मेलन में बोल रहे थे| उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सक्षम नेतृत्व में देश आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। कोविड काल में भी न्यायपालिका ने संकट की घड़ी में समय-समय पर सरकार को मार्गदर्शन देकर अपनी भूमिका निभाई है। नागरिकों को पारदर्शी और त्वरित न्याय मिलने पर सुंदर समाज की रचना का विश्वास व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि अपराधी बच न सके और धर्मात्मा दुखी न हो, ऐसे सकारात्मक और समर्पित भाव से कार्य करेंगे तो न्यायप्रणाली के प्रति नागरिकों का विश्वास बढ़ेगा और राष्ट्र की प्रगति एवं उन्नति के साथ जनता की समृद्धि भी बढ़ेगी। राज्यपाल ने भरोसा जताया कि नागरिकों को त्वरित न्याय दिलाने के लिए यह सम्मेलन सफल और प्रेरणादायी साबित होगी।
Home जिला अहमदाबाद सरकार और न्यायपालिका आपसी तालमेल से कार्य करे तो विकास की नई ऊंचाइयां छू सकता है राष्ट्रः राज्यपाल