गुजरात, रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से गुजरात के हीरा उद्योग से जुड़े लाखों मजदूरों का जीवन प्रभावित हुआ है. अधिकतर सौराष्ट्र क्षेत्र के ग्रामीण हिस्सों में, जहां हीरे की प्रोसेसिंग और पॉलिशिंग होती है. वहाँ के यूनिट्स रूस से छोटे आकार के हीरे का आयात करते हैं. रूस से छोटे आकार के कच्चे हीरों की आपूर्ति में कमी के कारण गुजरात के व्यापारी अफ्रीकी देशों और अन्य जगहों से कच्चा माल खरीदने को मजबूर हुए हैं. इसकी वजह से उनके मुनाफे पर असर पड़ रहा है. गुजरात के हीरा उद्योग में करीब 15 लाख से अधिक लोग काम करते हैं.
गुजरात के अमरेली जिले के एक हीरा व्यापारी ने बताया की हीरा यूनिट्स अन्य सोर्स से हीरे की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रही हैं. अफ्रीकी देशों में छोटे खनिक और चीन की प्रयोगशाला में विकसित छोटे आकार के हीरे आयात किए जा रहे हैं. लेकिन ऐसे हीरों की कीमतें बढ़ गई हैं और इसकी वजह से मुनाफा प्रभावित हो रहा है. जिसके चलते मजदूरों पर रोजगार का संकट दिखाई दे रहा हैं.