क्रांति समय ( दैनिक समाचार & चैनल )

SMC के अधिकारीयों पर लोगों को हेरानगति करने के आरोप ?

सुरत, सूरत महानगर पालिका के अलग-अलग क्षेत्र में शहेरी विकास विभाग के ओर से इंजीनियर विभाग टीम के द्वारा किये गए कार्यके निरीक्षण के समय हो रहे अनियमित के विरूद्ध में न करने के कार्यवाही से संबंधित अलग-अलग पदाधिकारियों के द्वारा दबाव बना कर कार्यपूरा करने की सिफारिश हो रही है, जिसमें अधिकारी अगर किसी प्रकार की कोई भी कार्यवही करते हुए नजर आते है, तो दबाव बना कर कार्यवाही न करने के लिए सिफारिश करते नजर आते हैं,

घटना: अवैध कार्य करने वाले कुछ अधिकारीयों के साथ मिलीभगत होने से इस प्रकार की घटना समाने आते है.

सूरत मनपा के अधिकारी के लिए कायदा कानून किसी प्रकार की लागु होने होते इस प्रकार प्रतीत होता है, हालांकि सूरत मनपा के उधना ज़ोन -बी में कार्यरथ राजेश जरीवाला के समय उधना ज़ोन ऐ में उस समय कार्यरत होने के समय सुडा के जगह पर सूर्य नगर नामक सोसायटी बना कर कब्जा कराया गया जिसमें किसी प्रकार की कोई भी कार्यवाही नही किया गया.जिसमें गुजरात हाईकोर्ट का मनाईहुक्म होने के वाबजूद अवैध रूप से बांधकाम किया गया था.

जो हालांकि अभी सुजल प्रजापित के कार्यकाल होने के वावजूद किसी प्रकार की कोई भी कार्यवाही इस पर नही किया गया है.

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फरियाद कर्ता की कोई भी फरियाद अधिकारी सुनते नही.

उधना ज़ोन-ऐ और बी,एवं अन्य ज़ोन में कार्यरथ विवादास्पद अधिकारी कर्मचारी की टीम जो बी.एम.सी.एक्ट के तहत जाँच करना और कार्यवाही करने का प्रावधन होने के बावजूद भी किसी प्रकार की कोई भी कार्यवाही नही.

अवैध कब्जा कर बनाया मैदान खेल-कूद के लिए, सूडा के नोटिस के वाबजूद सूरत मनपा की मेहरबानी क्यों.

रिजर्वेशन जगह पर अवैध कब्जा,

अवैध कार्य की लिखित जानकारी देने के बावजूद भी सेटिंग .कॉम

खाड़ीकिनारे अवैध बांधकाम.

आम आदमी हो हेरान परेशान कर नगर सेवक के द्वारा ही कार्य पूरा हो रहा इस प्रकार की फरियाद मनोज परमार के द्वारा ज़ोन में किया गया.

सुडा के समय में अवैध बांधकाम की फाईल सूरत मनपा में दिया जाने के बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नही, फिर सेटिंग.कॉम किया जा रहा होने के फरियाद नोटिस के बाद नोटिस देकर कार्यवाही के लिए दबाव बना कर सेटिंग किया जा रहा.

इस प्रकार के सूरत मनपा अधिकारी/कर्मचारीयों पर कोर्ट के हुक्म का अवमानना (पालन न करना) के अनेक केस दर्ज होने के बावजूद अधिकारी, कर्मचारी अपने पद पर कार्यरथ है, कई लोगो पर ACB में जाँच होने के बावजूद भी कार्य कर रहे है, कुछ लोगो ACB में पकड़े जाने के बाद भी कुछ समय बाद फिर से जाँच के नाम पर जाँच कर रहे है अधिकारी.

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