Home अर्थव्यवस्था कुबेरजी वर्ल्ड से फरार संजय खत्री की दौड़ खत्म

कुबेरजी वर्ल्ड से फरार संजय खत्री की दौड़ खत्म

162
0

सूरत. छह माह पूर्व शहर के 43 कारोबारियों से करीब 3.16 लाख रुपए का ग्रे कपड़ा उधार लेकर फरार हुए संजय खत्री की दौड़ मंगलवार को खत्म हो गई। सूरत लौटने पर आर्थिक अपराध निरोधक शाखा (इको क्राइम ब्रांच) ने उसे दबोच लिया। इको क्राइम ब्रांच ने बुधवार शाम संजय को तीन दिन के रिमांड पर लिया है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक जयपुर के मानसरोवर क्षेत्र के निवासी संजय खत्री ने नियोजित साजिश के तहत पालनपुर केनाल रोड कासाकिंग निवासी प्रदीप बक्सानी व अन्य 42 कारोबारियों के साथ धोखाधड़ी की। संजय ने गत वर्ष सितम्बर में सारोली स्थित कुबेरजी मार्केट में रुद्राक्ष टेक्सटाइल के नाम से दुकान शुरू की।

फिर उसने रिंगरोड गोल्डन प्लाजा में सतनाम टेक्सटाइल के नाम से कारोबार करने वाले प्रदीप का फोन कर संपर्क किया। उसने प्रदीप को फोन कर बताया कि उनका नम्बर उसे शिवम मिल के मास्टर संजय ने दिया है। फिर उनसे कहा कि मैं सवाई माधोपुर से सूरत आया हूं।

जयपुर की निवाई मंडी में मेरे पिता कन्हैयालाल खत्री का तेल का बड़ा कारोबार है। मैंने फिनिश कपड़े का कारोबार शुरू किया। यदि आप माल देंगे तो दो-तीन दिन में ही पैमेंट करवा दूंगा । प्रदीप ने शिवम मिल वाले संजय को फोन कर इस बारे में बात की तो संजय ने बताया कि संजय खत्री का माल उसी की मिल में बनता है।

इस पर प्रदीप ने उसे माल देना शुरू कर दिया। शुरू में उसने समय पर भुगतान किया और भरोसा जीता। प्रदीप ने कुल 1.99 करोड़ रुपए का माल उधार दिया। शुरू में वह एक सप्ताह में भुगतान करता था फिर अन्य राज्यों में भी कारोबार होने की बात बता कर पैमेंट में देरी करना शुरू कर दिया।

उसने टुकड़ों में 1.36 करोड़ रुपए का भुगतान किया लेकिन बकाया 62.57 लाख रुपए का पैमेंट नहीं किया। करीब छह माह के दौरान उसने प्रदीप की तरह शहर के 42 अन्य कारोबारियों को भी अपना परिचय और रैफरेंस देकर भरोसे में लिया और उनके भी टुकड़ों में बड़े पैमाने पर माल उधार लिया।

उनके बकाया 2.58 करोड़ रुपए का पैमेंट नहीं किया। मार्च एंड में दुकान बंद कर फरार हो गया। आखिरकार कारोबारियों ने एक जुट होकर इको क्राइम ब्रांच में प्राथमिकी दर्ज करवाई। संजय का सुराग नहीं मिलने पर पुलिस ने उसका 38.76 लाख का माल जब्त किया था।

लंबे समय से फरार चल रहे संजय के सूरत लौटने की खबर मिलने पर इको क्राइम ब्रांच की टीम ने मंगलवार देर शाम उसे नानपुरा इलाके से उसे गिरफ्तार कर लिया।

टेम्पो बदल कर जयपुर में बेचा माल

पुलिस ने बताया कि संजय उधार लिया गया माल चोरी छिपे जयपुर व अन्य शहरों में नकद में बेचता था। इस बारे में किसी को पता नहीं चले इसलिए वह टेम्पो रास्ते में बदलवा देता था। जो टेम्पो तैयार माल लेकर मिलों से निकलते थे। रास्ते में दूसरे टेम्पो चालकों को भेज कर उनसे माल ले लेता था ताकि किसी को पता नहीं चले की माल कहा जा रहा हैं।

अलग अलग राज्यों में छिप कर रहा

पुलिस ने बताया कि संजय सूरत से भाग कर दिल्ली गया। उसके बाद कश्मीर, राजस्थान और फिर उतराखंड़ में अलग-अलग स्थानों पर छिप कर रहा। लंबा समय होने पर उसने सोचा कि अब तक मामला ठंडा पड़ चुका होगा और वह सूरत लौट आया। वह यहां फिर से कुछ करने की फिराक में था। उससे पहले ही उसे पकड़ लिया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here