वराछा के वी-32 के दुकानदार द्वारा बार-बार गरीबों के हक के अनाज गेहूं और चावल का गबन करते पकड़े जाने पर आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। दुकानदार बंसीलाल खोईवाल सरकारी अनाज को दूसरी बोरियों में ट्रांसफर कराकर बेचते थे। राशन कार्ड धारकों को कम अनाज देकर उचित मूल्य के दुकानदारो को बेच कर अपनी जेब भर रहे थे और अनाज को बार-बार इसी तरह बेचते रहते थे। शहर के अलग-अलग इलाकों में दुकानदार द्वारा कम अनाज दे रहे होने की शिकायत बार बार सामने आती रहती है। इन सबके बीच सूरत जिला आपूर्ति अधिकारी नितिन सांवलिया ने ऐसे अनाज माफिया को न्याय के कटघरे में खड़ा करने के लिए कानून का चाबुक अपनाया है। सरकारी खाद्यान्न को बार-बार बेचकर हेराफेरी करने वालों दुकानदारों के खिलाफ़ थाने में शिकायत दर्ज शुरू होने से दुकानदारो में भय फेल गया है।
हाल ही में वराछा के दुकानदार वी-32 का एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में दुकानदार सरकारी अनाज की हेराफेरी कर बेचते नजर आ रहा है। जिसके बाद आपूर्ति पदाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से जांच का आदेश जारी कर दिया था। साथ ही जांच के अंत में वी-32 नंबर के दुकानदार को दोषी पाया गया और उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की गई। वराछा थाने में बंसीलाल छोगाजी खोईवाल और सरकारी अनाज खरीदार राजेश खटीक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।