क्रांति समय ( दैनिक समाचार & चैनल )

बारडोली नगरपालिका के सदस्यों तथा पदाधिकारियों की लापरवाही के ‌खिलाफ कानूनी कार्रवाही करने का आदेश

दर्शन नायक द्वारा मुख्यमंत्री कार्यालय से की गई शिकायत के बाद म्युनिसिपल सेक्रेटरी द्वारा सूडा अधिकारी को कार्रवाही का दिया आदेश

सूरत। बारडोली नगर पालिका के तत्कालीन सदस्यों और पदाधिकारियों के खिलाफ गुजरात नगर निगम अधिनियम 1963 की धारा 37-के और धारा 70-के के तहत कार्रवाई करने और मुख्य अधिकारी, अभियंता, लेखाकार, लेखा परीक्षक आदि जैसे अधिकारियों के खिलाफ कर्तव्य में लापरवाही बरतने दिखाने पर कानूनी कार्रवाई करने मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायत हुई थी। इस संदर्भ में म्युनिसिपल सेक्रेटरी गांधीनगर द्वारा सूरत सूडा अधिकारी को योग्य कार्रवाही करने का आदेश दिया है।


सहकारिता एवं किसान नेता तथा गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमिटी के महासचिव दर्शन नायक ने मुख्यमंत्री से की शिकायत के अनुसार बारडोली नगर पालिका के पदाधिकारियों एवं पदाधिकारियों द्वारा सरकार की नीतियों के विरुद्ध किये गये कार्य की सूची जांच के लिए सुप्रत की है। बारडोली नगर पालिका के तत्कालीन कार्यकारी अध्यक्ष द्वारा अपने स्वामित्व वाले ब्लॉक नंबर 350/2/प्लॉट 1 में लगभग 500 गाड़ी मिट्टी/सामग्री बिना एक भी रुपया चुकाए काम करवाया। ब्लॉक संख्या 350/2/पाइका 1 पर किये गये निर्माण के अवैध मूल्यांकन , गलत तरीके से भूमि एनए करवाया। बारडोली नगर पालिका के कार्यों को तत्कालीन कार्यकारी अध्यक्ष द्वारा बिना टेंडर प्रक्रिया के टुकड़ों में बांटकर अपने निजी आदमियों को अपनी इच्छानुसार प्रशासन करने के संबंध में। गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मंजूरी और एनओसी के बिना ब्लॉक नंबर 350/2/पाइक 1 पर निर्माण के संबंध में।

टीपी स्कीम नंबर 1 में प्लॉट नंबर 228 पर तत्कालीन कार्यकारी अध्यक्ष के रिश्तेदारों द्वारा दबाव डालने के संबंध में, अपने रिश्तेदारों को नियुक्ति दिये जाने के संबंध में प्रश्न 37-ए के अनुसार पद से हटाने की कार्यवाही किये जाने के संबंध में। चुनाव में अभ्यर्थी द्वारा झूठा शपथ पत्र प्रस्तुत करने के संबंध में, नंदीना गांव में डिस्पोजेबल योजना के चारों ओर दीवार निर्माण में हुए भ्रष्टाचार के संबंध में। मिंढोला नदी पर रिवरफ्रंट के निर्माण का कार्य सौंपी गई एजेंसी को दिए गए टेंडर के अनुसार कार्य नहीं करने में भ्रष्टाचार के कारण।बारडोली नगर पालिका के तत्कालीन परिवहन अध्यक्ष द्वारा अपने चचेरे भाई की नियुक्ति के संबंध में। बारडोली नगर पालिका के अंदर 500 से अधिक व्यवसायिक शॉपिंग सेंटरों और मकानों का अधिकारियों और पदाधिकारियों द्वारा निजी स्वार्थ के लिए अवैध मूल्यांकन जैसे मामले सरकार के समक्ष साक्ष्य सहित प्रस्तुत किये गये।

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