सूरत, सूरत शहर में पहली बार एसओजी ने LSD ड्रग्स बाजार में तेजी से फैलने से पहले ही पकड़ने में सफलता हासिल की है. वांछित आरोपी के खिलाफ अडाजण थाने में NDPS एक्ट के तहत मामला भी दर्ज किया गया है. इसके साथ ही वांछित आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस की ओर से प्रयास शुरू कर दिए गए हैं.
सूचना मिली थी की अडाजण क्षेत्र में पालनपुर पाटिया BSNL कार्यालय से सटी कृष्णाकुंज सोसायटी में रहने वाला पार्थ केतनकुमार मंदिरवाला डार्कवेब नामक ऑनलाइन वेबसाइट के जरिए बैंकॉक से ड्रग्स मंगवाता है और कुरियर के जरिए बेचता है. सूचना के आधार पर एसओजी और पीसीबी पुलिस की टीम ने आरोपी के घर पर छापा मारकर जांच की. हालांकि पार्थ मंदिरवाला घर में नहीं मिला. पुलिस ने घर की तलाशी के दौरान हाइब्रिड गांजा और LSD ड्रग्स ब्लॉटर पेपर, घर में रखी कुल रकम 43,15,460 रुपये जब्त की.
इस मामले में डीसीपी राजदीप सिंह नकुम ने कहा, ”हमें जानकारी मिली कि कुछ पेडलर्स सोशल मीडिया और डार्क वेब का इस्तेमाल कर हाइब्रिड गांजा और LSD ड्रग्स बेचने में शामिल हैं. इसलिए हम चार महीने तक निगरानी करते रहे. इसके अलावा अहमदाबाद में भी ऐसा ही मामला हुआ था और बैंकॉक से आए कुछ पार्सल जब्त किए गए थे. इसलिए हमने एक ड्राइव की योजना बनाई. इसी बीच जानकारी मिली कि अडाजण कृष्णाकुंज सोसायटी में रहने वाले पार्थ केतनकुमार मंदिरवाला ने इतनी मात्रा में ऑर्डर किया है. पार्थ मंदिरवाला अभी तक नहीं मिला है. हमें जानकारी मिली है कि वह बैंकॉक में है, इसलिए NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. पार्थ मंदिरवाला को हीरे की दलाली के कारोबार में पाया गया है. प्रारंभिक जानकारी मिली है कि वह डार्क वेब पर ऑर्डर देता था और पार्सल ऑर्डर करता था और बाद में सोशल मीडिया पर सक्रिय हो जाता था और जिसे भी हाइब्रिड गांजा या LSD की जरूरत होती थी, उसे पार्सल दे देता था. लेकिन पूरी जानकारी उसके पकड़े जाने के बाद सामने आएगी. जब हमने उसके घर पर छापा मारा और उसके परिवार से पूछताछ की तो शायद उसके परिवार को इस बात की जानकारी नहीं थी. आरोपी पार्थ की गिरफ्तारी के बाद यह जानकारी सामने आ सकती है कि उसने कितनी बार ऑर्डर दिया और कहां-कहां सप्लाई करता था