Home गुजरात आज के कलयुग में श्रवण पुत्र बने गणेश सावंत, 20वीं तीर्थयात्रा करवाई

आज के कलयुग में श्रवण पुत्र बने गणेश सावंत, 20वीं तीर्थयात्रा करवाई

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सूरत, गणेशभाई पी. सावंत चैनल आईविटनेस, नवगुजरात टाइम्स और एसएस न्यूज के प्रबंध निदेशक पिछले बीस वर्षों से एक अनूठी सेवा का प्रयास कर रहे हैं. उनकी माता श्री. सावंती बेन पांडुरंग सावंत की याद में वह खुद हर साल 50 साल और उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए मुफ्त तीर्थयात्रा का आयोजन करते हैं. इस तरह उन्होंने कई बुजुर्गों की जिंदगी के अनमोल पल बनाए हैं. इस वर्ष गणेशभाई ने एक बार फिर इस पवित्र कार्य को आगे बढ़ाया. यह 20वीं तीर्थयात्रा जिसमें बुजुर्गों को दो लग्जरी बसों में उनाई, सापुतारा, सप्तश्रृंगी, शिरडी, शनिदेव, नासिक-पंचवटी, मुक्तिधाम जैसे तीर्थ स्थानों पर ले जाया गया. केवल यात्रा ही नहीं, प्रत्येक तीर्थयात्री के लिए स्वयं दो भोजन और सुबह-दोपहर का चाय-नाश्ता तैयार किया गया और परोसा, बड़ों को प्यार से खिलाया भी गया. इस अवसर पर, न केवल यात्रा का संचालन करते हैं, बल्कि वे प्रत्येक तीर्थयात्री से दिल से जुड़ते हैं, उनकी जरूरतों को पूरा करते हैं. इस सेवा में वह बड़ों का आज्ञाकारी पुत्र बनकर अपना कर्तव्य निभाते है.

इस प्रकार, जब आज के युग में कभी-कभी बच्चे अपने माता-पिता को पर्याप्त सम्मान और समर्थन नहीं देते हैं, गणेश सावंत जैसे व्यक्ति इस युग में एक उदाहरण बन रहे हैं. बुजुर्ग खुद देख रहे हैं कि उनका यह प्रयास उनके जीवन में खुशी और संतुष्टि के पल जोड़ रहा है. हालाँकि यात्रा केवल तीन दिनों की है, लेकिन ये तीन दिन बुजुर्गों के जीवन में आनंद के सागर की तरह हैं. यह यात्रा उन्हें भगवान के दर्शन के साथ अपनी पिछली यादों को ताजा करने और आत्मा में शांति महसूस करने का मौका देती है. सेवा की धारा से जुड़कर गणेश सावंत कैसे सभी बड़ों को प्यार, गर्मजोशी और स्नेह देते हैं. उनका ज्ञान साक्षात गणेश सावंत के कार्य से मिलता है. गणेश सावंत खुद अपने दोस्तों से हमेशा कहते हैं कि हमारे समाज की सच्ची समृद्धि इस बात में निहित है कि हम अपने बड़ों का सम्मान कैसे करते हैं.

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