सूरत, सूरत जिला आपदा प्राधिकरण और सूरत हवाईअड्डा प्राधिकरण की संयुक्त पहल के तहत सुबह सूरत हवाईअड्डे पर अपहरण रोधी मॉक ड्रिल आयोजित की गई. चार आतंकी एयरपोर्ट में घुसे और 6 यात्रियों को बंधक बना लिया, लेकिन चेतक कमांडो और सीआईएसएफ जवानों ने कड़ा मुकाबला किया और आतंकियों को जिंदा पकड़ लिया. जिला आपदा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर डॉ.सौरभ पारधी के मार्गदर्शन में आयोजित मॉकड्रिल में एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा मॉकड्रिल का सफल संचालन किया गया.
सूरत एयरपोर्ट के ए-2 गेट पर सुबह-सुबह विमान को हाईजैक करने के इरादे से चार आतंकी यात्रियों के भेष में कार लेकर पहुंचे. जब सिक्योरिटी ने उसे रोका तो अचानक उसने AK 47 राइफल से सीआईएसएफ सुरक्षा गार्ड को घायल कर दिया और अंदर घुस गए. इसकी जानकारी जैसे ही सूरत एयरपोर्ट अथॉरिटी को हुई तो इसकी जानकारी सूरत सिटी पुलिस, जिला कलेक्टर, प्रांतीय अधिकारी को दी गई. पूरे एयरपोर्ट को सूरत पुलिस और सीआईएसएफ ने घेर लिया था. प्रांतीय अधिकारी और डिप्टी कलेक्टर वी.जे. भंडारी तुरंत हवाईअड्डे आए और नियंत्रण कक्ष से आतंकवादियों से बात की. जिसमें आतंकियों ने एटीएस द्वारा गिरफ्तार कर जेल में बंद आतंकियों की रिहाई, एक हेलीकॉप्टर और 200 करोड़ रुपये की मांग की थी. अंततः चेतक कमांडो गोहिल के नेतृत्व में कमांडो ने मौके का फायदा उठाकर आतंकवादियों को हरा दिया और उनके पास से चार AK 47 राइफलें जब्त की गई.
आतंकियों के साथ मुठभेड़ में आतंकियों ने 15 राउंड फायरिंग की. जिसका कमांडो ने कड़ा प्रतिरोध किया. तलाशी अभियान के दौरान सभी छह बंधकों को सफलतापूर्वक मुक्त करा लिया गया. बिना किसी हताहत के ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया. मॉकड्रिल के दौरान जिला प्रशासन, सिटी पुलिस द्वारा एयरपोर्ट से सिविल तक ग्रीन कॉरिडोर, एयरपोर्ट के चारों ओर पर्याप्त पुलिस उपस्थिति, एयरपोर्ट के पास आसान यातायात प्रबंधन ने मॉकड्रिल को सफल बनाया. मॉकड्रिल में एसओजी डीसीपी राजदीपसिंह नकुम, क्राइम डीसीपी बी.पी. रोजिया, जोन-6 डीसीपी आर.टी. परमार, मामलातदार पंकज मोदी, सीआईएसएफ डे. कमांडेंट आशीष रावत, सूरत एयरपोर्ट के महाप्रबंधक चंद्रकांत शंकुशले, फायर, सिटी पुलिस और राज्य के संबंधित अधिकारियों के अधिकारी उपस्थित थे.