क्रांति समय, सूरत समेत पूरे राज्य में रिश्वतखोरी की घटनाएं सामने आती रहती है, साथ ही इसके मामले भी बढ़ते जा रहे हैं. हालाँकि, रिश्वत लेने से हमेशा छोटी कर्मचारी या परिवार के सदस्य को एसीबी द्वारा पकड़ा जाता हैं. एक बार सूरत जिले के कामरेज के पास नवी पारदी गांव में एक महिला तलाटी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है. संपत्ति से नाम कम करने के लिए रिश्वत की मांग की थी. रिश्वत लेने वाली महिला तलाटी को रंगे हाथों पकड़ लिया गया.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सोनल शंभू देसाई कामरेज के नवी पारडी ग्राम पंचायत में तलाटी के पद पर कार्यरत थी. नवी पारडी पंचायत कार्यालय में शिकायतकर्ता के सीधे वंश के उत्तराधिकारियों के नाम पैतृक संपत्ति में आ रहे थे. जिनमें शिकायतकर्ता की सास और दो ननदों के नाम कम करने के लिए शपथ पत्र दिए गए. इसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए तलाटी से संपर्क किया तो तलाटी सोनल ने शिकायतकर्ता से कहा कि अगर आप संपत्ति में नाम कम कराने के लिए 9 हजार रुपये देंगे तो आपका काम हो जाएगा. यह बताकर 9 हजार रुपये की रिश्वत मांगी गयी थी.
हालाँकि, शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था, इसलिए उसने एसीबी से संपर्क किया और पूरी घटना के सबूत एसीबी के सामने पेश किए. घटना की जानकारी होने पर एसीबी की टीम ने नवीपारडी पंचायत कार्यालय में जाल बिछाया. हालांकि, एसीबी द्वारा बिछाया गया ट्रैप सफल रहा और तलाटी को 9 हजार की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया गया. एसीबी की टीम ने तलाटी सोनलबेन देसाई को गिरफ्तार किया है और आगे की जांच कर रही है.