क्रांति समय, सूरत, रविवार 7 जुलाई को आषाढ़ी बीज के दिन सूरत शहर में अलग-अलग जगहों से रथयात्रा शुरू होने जा रही है और सूरत में रथयात्रा को लेकर पुलिस की ओर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. पुलिस द्वारा आधुनिक सुसज्जित बॉडीवॉर्न कैमरे, सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन के जरिए भी निगरानी की जाएगी. अगले रविवार 7 जुलाई को आषाढ़ी बीज है.
जहांगीरपुरा इस्कॉन मंदिर द्वारा रथ यात्रा रेलवे स्टेशन से शुरू होकर दिल्ली गेट से शुरू होकर फालसावाड़ी सर्कल से सहारा दरवाजा से रिंग रोड कपड़ा बाजार से मान दरवाजा से उधना दरवाजा ब्रिज से मजूरा गेट से अठवागेट से सरदार ब्रिज से गुजरात सर्कल से चोकसीवाड़ी ऋषभ चार रास्ता रांदेर रोड से नवयुग कॉलेज से ताडवाडी तीन रास्ते से पालनपुर पाटिया से रामनगर से होकर मोरा भागल से सुभाष बाग गार्डन सर्कल से जहांगीरपुरा ओवरब्रिज नीचे के तीन रास्ते से जहांगीरपुरा इस्कॉन सर्कल पर दाएं टर्न लेकर इस्कॉन मंदिर जहांगीरपुरा पर पूरा होगा.
इस रथ यात्रा में पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था रहेगी और आधुनिक सुविधा वाले बॉडीवॉर्न कैमरे, सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से निगरानी भी की जाएगी. इस समझौते की तैयारी के तहत पुलिस द्वारा कॉम्बिंग और होटल गेस्ट हाउस की चेकिंग भी की गई और आपराधिक गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों पर नजर रखी गई है. विभिन्न स्तरों पर शांति समिति की बैठक भी हुई. इसके अलावा त्योहार के मौके पर रूट डायवर्जन और भारी वाहनों पर प्रतिबंध, हथियारों पर प्रतिबंध, ध्वनि प्रदूषण पर रोक के नोटिस भी जारी किए गए है.
सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने कहा कि सूरत शहर में 7 रथ यात्राएं, 4 शोभा यात्राएं और एक महाप्रसाद का आयोजन किया गया है. रथ यात्रा अलग-अलग इलाकों से निकलेगी और प्रमुख यात्राएं रेलवे स्टेशन से शुरू होकर जहांगीरपुरा इस्कॉन मंदिर तक जाएंगी. इस रथयात्रा के पूरे रास्ते में लाखों लोग भगवान के दर्शन के लिए इकट्ठा होते है. इस रथ यात्रा के लिए कुल 4,000 पुलिसकर्मी, होम गार्ड और ट्रैफिक पुलिस तैनात किए जाएंगे. इसके अलावा 3 जेसीपी, 8 डीसीपी, 20 एसीपी, 41 पीआई और 150 पीएसआई के साथ 4 हजार पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे.
रथयात्रा आगे बढ़ने और यातायात सुगम हो ऐसी व्यवस्था की गई है. रथों के सुगम मार्ग के लिए मेट्रो बैरिकेडिंग को भी समायोजित किया गया है. इसके साथ ही पूरे रूट पर ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की जाएगी. उसके लिए 7 ड्रोन तैनात किए गए है. इसके अलावा रथयात्रा से पहले रूट पर ट्रैफिक व्यवस्था के बारे में अलर्ट करने के लिए ड्रोन कैमरों का भी इस्तेमाल किया जाएगा. इसके अलावा करीब 600 बॉडीवॉर्न कैमरे भी होंगे जो पूरी बात रिकॉर्ड करेंगे. इस पूरे रूट पर करीब 870 सीसीटीवी कैमरे हैं और कंट्रोल रूम से नजर रखी जाएगी.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दौड़-भाग और धक्का-मुक्की को रोकने का विशेष ध्यान रखा जाएगा, जिसमें मेट्रो के बैरिकेड्स हटा दिए जाएंगे, वह ऐसी व्यवस्था करेंगे कि रथ में भगवान के दर्शन के लिए भीड़ न हो, ऐसे 10 स्थान चिन्हित किए गए जहां भीड़ हो सकती है, प्रसाद न फेंके जिससे दौड़ा दौड़ी न हो इसके लिए निगरानी रखी जाएगी.