जालोर,स्थानीय कलेक्ट्रेट कार्यालय के आगे कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन कर पुरानी पेंशन बहाली के लिए प्रधानमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपकर पुरानी पेंशन योजना की मांग की।
पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के सम्भाग संयोजक जयकरण खिलेरी ने बताया कि 1 जनवरी 2004 के बाद नियुक्त सरकारी लोक सेवकों को पुरानी पेंशन योजना के स्थान पर नई अंशदाई पेंशन योजना थोपी गई है, जो की पेंशन योजना नवीन एक म्यूचल फंड योजना है। इसमें जमा किए गए अंशदान के प्रतिफल की कोई गारंटी नहीं है यह शेयर बाजार पर आधारित है। नई अंशदाई पेंशन योजना शेयर बाजार आधारित होने के कारण राज्य कर्मचारियों अधिकारियों को उनकी सेवानिवृत्ति के पश्चात वृद्धावस्था में आर्थिक सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के अनुकूल नहीं है, साथ ही इस योजना में न्यूनतम पेंशन की भी कोई गारंटी नहीं होने के कारण पुनः पुरानी पेंशन योजना का लागू करने की मांग की। जिला संयोजक लुम्बाराम चौधरी ने धरने को सम्बोधित करते हुए कहा कि एमपीएस में जो कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं उन्हें महज 800 से 1200 रुपये तक पेंशन मिलने के उदाहरण सामने आए हैं। जिससे एनपीएस योजना के खिलाफ कर्मचारियों में भयंकर रोष है एवं लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान में पुरानी पेंशन योजना बहाल नहीं हुई तो राजस्थान के 5 लाख से अधिक लोकसेवक चुनाव में जवाब दे सरकार को करारा जबाब देंगे । भीनमाल ब्लॉक संयोजक ठाकराराम जाट ने बताया कि शिक्षक नेता कई दिनों से पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की मांग कर रहे है लेकिन सरकार नही सुन रही है। सरकार को जगाने के लिए गांधीवादी तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। संगठन सरकार से मांग करता है कि कर्मचारी अधिकारीहित को ध्यान में रखते हुए लोकसभा चुनाव से पहले पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल की जाए।
हरिशकुमार ने बताया कि इस दौरान जिले के हजारों कर्मचारियों ने जिला कलेक्टर कार्यालय जालोर के समक्ष धरना प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज करवाते हुए प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा।
इस अवसर पर हरिशकुमार, राजेशकुमार, राजेंद्र प्रसाद, नाथूराम, सोहनलाल विश्नोई,लादूराम पालरिया, महेंद्र कुमार, बाबूलाल शर्मा, मीठालाल वैष्णव, विनोद शर्मा, प्रकाश विश्नोई, श्रवण ढाका, मनोहरराम, दिनेशकुमार, हीरालाल तिलोक जाट, प्रकाशचंद्र, प्रवेश जैन, बेताराम, दुदाराम प्रजापत, रमेश खान, भगतकुमार, आम्बाराम, दलपतसिंह सहित सैकड़ों कर्मचारी मौजूद थे ।