दौसा।पुलवामा हमला में शहीद हुए शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के क्रम में सोमवार की रात को *श्याम लाइब्रेरी,दौसा* के तत्वाधान में श्री वीर हनुमान मंदिर में *”एक शाम शहीदों के नाम – राष्ट्रीय कवि सम्मेलन”* जज्बे की आवाज कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. महेश शर्मा ने,आयोजन समिति सहित कवियों ने शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता पुलिस कांस्टेबल राकेश शर्मा ने की। कवि सम्मेलन की शुरुआत *बुद्धि प्रकाश महावर”मन” ने* – सरस्वती वंदना के साथ की। *संयोजक कवि कृष्ण कुमार सैनी”राज” ने* बताया कि कवि सम्मेलन में कवियों ने एक से बढ़कर एक देशभक्ति की रचनाएं प्रस्तुत की। जिसे सुनकर उपस्थित श्रोताओं ने हिंदुस्तान जिंदाबाद, भारत माता की जय, इंकलाब जिंदाबाद, पाकिस्तान मुर्दाबाद सहित कई देशभक्ति के नारे लगाए।
अलवर से पधारे *कवि मुकेश मेघ ने* “घाटी में कोहराम मचा है,आतंकी बर्बरता का।* चेहरा यह नापाक दिखा है, दुश्मन की कायरता का” रचना सुनाकर पाकिस्तान के नापाक इरादों को प्रस्तुत किया। *स्थानीय गजलकारा एवं प्रधानाचार्या रानू गोठवाल”सोना” ने* आतंकवादियों पर प्रहार करते हुए “जाने क्यों अपना ईमान बदलते हैं, पल-पल में क्यों यह शैतान बदलते हैं”…कविता सुनाई।
*रुड़की हरिद्वार से पधारे राष्ट्रीय कवि किसलय क्रांतिकारी ने-* पापी पाकिस्तान को ललकारते हुए
“शत्रुओं ने सैनिकों पर धोखे से जो वार से जो वार किया,कसम ऐसे शत्रुओं को कसम काट आना है। मकसद हिंद के जवानों का यही है अब,नक्शे से पाक के नाम को मिटाना है”.. .देशभक्ति कविता सुनाई जिसे सुनकर श्रोताओं जिसे सुनकर श्रोताओं ने जमकर तालियां बजाई। *राष्ट्रीय कवि चौपाल की दौसा शाखा अध्यक्ष कवि कृष्ण कुमार सैनी”राज” ने* मोदी जी के सम्मान में अपनी रचना प्रस्तुत करते हुए कहा कि-
“इमरान पर हमला बोला मोदी जी ने माइक से, पहला ट्रेलर दिया। मैंने सर्जिकल स्ट्राइक से। आतंकी गद्दारों का भारत से पानी बंद किया, अब उनका मरना तय होगा सब्जीकल स्ट्राइक से।।” सैनी ने शहीदों के परिजनों के सम्मान में भी अपनी इन पंक्तियों से शहीद हुए उन वीरों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की कि “कितनी बहनें विधवा हो गई और कितनों का प्यार गया। उस मां पर क्या बीती होगी, जिसका फूलों सा हार गया।” वीर भूमि नवलगढ़ से पधारे कवि *मुकेश मारवाड़ी ने*-
“मैं कश्मीर की घाटियों में कहीं खो जाऊंगा। बीज राष्ट्रभक्ति का पर हर तन में बो जाऊंगा। या तो गाड दूंगा तिरंगा दुश्मन की छाती पर, या कफन को ओढ़कर सदा के लिए सो जाऊंगा।।” कविता सुनाई। *देवभूमि उत्तराखंड से पधारी सुरेखा हिन्दुस्थानी* ने अपनी इन पंक्तियों से देशप्रेम का संदेश दिया कि –
“खून की खेलने को होली कुछ गद्दार बैठे हैं। वतन को बेचने को कुछ सियासत दार बैठे हैं। रहोगे जब तलक हद में हमारी हद ना टूटेगी, तोड़ने को हम अपनी बंदिशें तैयार बैठे हैं। बांदीकुई से पधारे *युवा कवि धर्मेन्द्र कुमार सैनी* एवं दौसा के गौरव पांडे ने भी काव्य पाठ किया। *मंच संचालन रामवीर सिंह चौधरी (फिल्म अभिनेता) ने किया। आयोजन समिति के द्वारा कवियों एवं अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं माल्यार्पण कर सम्मान किया गया। *कार्यक्रम में श्याम लाइब्रेरी के समस्त कार्यकर्ता एवं बच्चों सहित सुरेंद्र चौधरी, श्याम लाइब्रेरी के निर्देशक राजकुमार मीणा,* लेखराम मीणा, जितेन्द्र चौधरी,पायलेट मीणा, हरफुल सैनी, ओमप्रकाश, सियाराम सत्तावन, लोकेश, अशोक शर्मा खेडला, वरिष्ठ साहित्यकार रामबाबू शर्मा,राजेन्द्र यादव,रतीराम मीणा,पत्रकार बंधुओं सहित कई गणमान्य नागरिक मौजूद थे। कवि सम्मेलन की समाप्ति पर सभी ने खड़े होकर पुलवामा हमले में शहीद हुए वीर जवानों के सम्मान में 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। *सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि* कवि सम्मेलन में हजारों की संख्या में श्रोता मौजूद रहे व *राजकुमार मीणा* ने बताया कि समय-समय पर ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए जिससे युवाओं में देश प्रेम का जोश हमेशा रहे।