सोनीपत, (हि.स.)। अपने ही गिराते हैं नशेमन पे बिजलियां यह गीत नहीं गुरुवार को हकीकत में तबदील होता दिखाई दिया, जब भाजपा के पार्षदों ने ही भाजपा के चेयरमैन को मात दी अविश्वास प्रस्ताव में हरा दिया। नगर पालिका गन्नौर चेयरमैन के खिलाफअविश्वास प्रस्ताव 2:00 बजे स्पेशल मीटिंग एसडीएम सुरेंद्र पाल की उपस्थित में मतदान शुरु हुआ और ईश्वर के पक्ष में मिले 4 वोट जगकि विपक्ष में 13 वोट पड़ इसके साथ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया ईश्वर को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ गई।
आज एक साथ में कई इतिहास रचे गए हैं जो शायद भविष्य में संभव ही ना हो पाएं हम आपको खास पहलू से रुबरु करवाते हैं यह ऐसा पहला मौका है जब कांग्रेस के पार्षद सतप्रकाश शर्मा नगर पालिका गन्नौर के अध्यक्ष बने तो उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया और भाजपा के पार्षद ईश्वर कश्यप को अध्यक्ष बना दिया गया लेकिन मामला इससे पहले की रफ्तार पकड़ता भाजपा के ही पार्षदों ने एक लॉबिंग की और दोबारा अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए इसमें ईश्वर को 2 मत मिले और उनके विरोध में 13 मत गए। अवश्वास प्रस्ताव पारित हो गया।
इसमें बहुत ही चिलचस्प बात यह रही कि नगर पालिका उपाध्यक्ष सुनील लंबू को दूसरी बार नगरपालिका गन्नौर का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया।
गन्नौर के निर्वाचन अधिकारी एवं उपमंडल अधिकारी (ना.) सुरेंद्रपाल की अध्यक्षता में नगरपालिका की बैठक आयोजित हुई। बैठक में चेयरमैन ईश्वर चंद व वाइस-चेयरमैन सुनील सहित पार्षदों मीनू कुमारी, वरूण जैन, खुशबू, नवाब सिंह, रामेश्वर दास, अंजूबाला, सतप्रकाश शर्मा, अशोक कुमार, प्रवीन कुमार, निशा, अंकित, नीरू, हरीश कुमार, बबीता तथा किरणबाला ने हिस्सा लिया।
निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्रपाल ने बैठक की कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए बैठक के आयोजन की जानकारी दी। उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव के संदर्भ में मत डलवाये, जिसके विषय में पहले सभी पार्षदों को पूर्ण जानकारी दी गई। इस दौरान ईश्वर सिंह कश्यप के पक्ष में मात्र चार मत ही आये, जबकि उनके विरोध में 13 पार्षदों ने मत किया। इस प्रकार अविश्वास प्रस्ताव पारित होने पर निर्वाचन अधिकारी ने ईश्वर सिंह कश्यप को तुरंत प्रभाव से चेयरमैन के पद से हटा दिया।