Home बड़ी खबरें रेल टिकटों की कालाबाजारी के खिलाफ आरपीएफ का “ऑपरेशन थंडर”

रेल टिकटों की कालाबाजारी के खिलाफ आरपीएफ का “ऑपरेशन थंडर”

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अहमदाबाद (ईएमएस)| रेलवे में टिकटों की दलाली से सम्बंधित बहुत से वाकये प्रकाश में आये हैं, जिनमें टिकट दलाल माँग एवं आपूर्ति के बीच के अंतर का लाभ उठाते हैं। असामाजिक तत्वों द्वारा दलाली सम्बंधी ऐसी गतिविधियों को रोकने हेतु सम्पूर्ण भारतीय रेल पर ‘ऑपरेशन थंडर’ नामक एक विशेष अभियान की शुरुआत की गई है।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी रविंद्र भाकर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देशानुसार पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल द्वारा भी इस राष्ट्रव्यापी अभियान के अंतर्गत रेलवे एक्ट की धारा 143 के अंतर्गत ‘ऑपरेशन थंडर’ मुहिम की शुरुआत की गई है। यह पाया गया है कि दलाल विभिन्न फेक आईडी तथा उनके आईआरसीटीसी प्राधिकृत आईडी के उपयोग से टिकट बुक करते हैं तथा भोले-भले यात्रियों को इसे अधिक मूल्य पर बेचते हैं। अतःइस उद्देश्य से जाँच विंग/आरपीएफ क्राइम ब्रांच, साइबर सेल तथा मंडलों के समर्पित कर्मचारियों की एक विशेष टीम गठित की गई थी। अभियान के दौरान 22 मामलों की जाँच की गई तथा 22.17 लाख रु. मूल्य के 1428 ई-टिकट जब्त किये गये। जब्त किये गये टिकटों में 19.53 लाख रु. मूल्य के पहले के यात्रा किये हुए टिकट थे, जबकि 2.64 लाख रु. मूल्य के आने वाले दिनों के यात्रा टिकट थे। टिकटों की कालाबाजारी एवं दलाली के विरुद्ध यात्रियों एवं नागरिकों को जन उद्घोषणा प्रणाली द्वारा, स्टीकरों/पोस्टरों द्वारा तथा ट्रेन एवं स्टेशन परिसर में पैम्फलेट वितरित कर जागरूक किया जा रहा है। दलालों से टिकट/ई-टिकट खरीदने के परिणामों एवं रेलवे एक्ट की धारा 143 के कानूनी प्रावधानों के सम्बंध में यात्रियों को शिक्षित करने हेतु जागरूकता अभियान भी चलाये जा रहे हैं।
पश्चिम रेलवे द्वारा अपने सभी यात्रियों से अपील की गई है कि वे केवल प्राधिकृत स्रोतों अर्थात आईआरसीटीसी वेबसाइट अथवा पीआरएस काउंटरों या प्राधिकृत रेल ट्रेवल सर्विस एजेंटों (RTSA) से ही टिकट खरीदें तथा अनधिकृत डीलरों/दलालों से टिकट खरीदने से बचें, क्योंकि रेलवे एक्ट के अंतर्गत यह एक जुर्म है।

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