अहमदाबाद (ईएमएस)| सौराष्ट्र के बाद अब कच्छ में मूंगफली कांड का पर्दाफाश हुआ है| समर्थन मूल्य पर खरीदकर गोदाम में रखी गई बोरियों में मूंगफली से ज्यादा मिट्टी और ढेले मिलने से राज्य सरकार फिर एक घिर गई है| गुजरात सरकार ने किसानों से समर्थन मूल्य पर मूंगफली की खरीद कर कच्छ के गांधीधाम के खारीरोहर स्थित गोदाम में रखी थी| जहां किसान सेल के प्रमुख पालभाई आंबलिया ने जिले के नेताओं के साथ रेड की| गोदाम में रखी मूंगफली की बोरियों को खोलकर देखा उसमें ज्यादातर मिट्टी और ढेले बरामद हुए| ये मूंगफली वर्ष 2017 में खरीदी होने का आरोप लगाते हुए पालभाई आंबलिया ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जाती है और उनका संघर्ष जारी रहेगा|
एक और मूंगफली कांड का पर्दाफाश होने पर विपक्ष के नेता परेश धानाणी ने राज्य सरकार पर कड़े प्रहार किए और आरोप लगाया कि उसने इसे दबाने का प्रयास किया है| कांग्रेस के आंदोलन के बाद भी राज्य सरकार ने जिम्मेदारों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की| पहले भी मूंगफली खरीद में धांधली का पर्दाफाश हो चुका है| सरकार ने करीबियों ने चार हजार करोड़ रुपए की लूट चलाई है और इसमें सीधे तौर पर राज्य सरकार जिम्मेदार है| उन्होंने सवाल उठाया कि जब सरकार की नोडल एजेंसी ने किसानों से गुणवत्ताहीन मूंगफली की खरीद नहीं की तो बोरियों में मिट्टी और ढेले क्यों निकल रहे हैं? परेश धानाणी ने सरकार पर अपने करीबियों को धांधली करने का लाइसंस देने का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की सीटिंग जज से जांच कराने की मांग की| धानाणी ने कहा कि नोडल एजेंसियों नेही बोरियों में मिट्टी और ढेले भरे हैं|