गांधीनगर (ईएमएस)। अमित शाह और स्मृति ईरानी के लोकसभा में चुने जाने की वजह से गुजरात में राज्यसभा की दो सीटों के लिए 5 जुलाई को चुनाव होने हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनो ही दलों के मास्टर माइंड अपनी-अपनी पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने की रणनीति बनाने में जुट गए हैं। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस क्रॉस वोटिंग की संभावना से डरी हुई है। इस संभावना से बचने के लिए उसने अपने विधायकों को माउंट आबू भेजने का निर्णय लिया है। सन 2017 में अहमद पटेल जब राज्यसभा के लिए चुनाव लड़ रहे थे, तो उस समय कांग्रेस को अपने 44 विधायकों को गुजरात से बाहर कर्नाटक भेजना पड़ा था और इसकते साथ ही गुजरात की राजनीति में रिसॉर्ट पॉलिटिक्स ने एंट्री की थी।
उल्लेखनीय है कि गुजरात में विधानसभा की कुल 182 सीटें हैं जिन पर फिलहाल 175 विधायक हैं। इनमें भाजपा के पास 100 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 71 विधायक हैं। गुजरात से एक राज्यसभा सांसद चुनने के लिए 59 प्रथम वरीयता के वोट चाहिए। चुनाव आयोग ने दोनों सीटों के चुनाव के लिए अलग-अलग अधिसूचना जारी की है।