इस्लामाबाद (ईएमएस)। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में 18 साल की हिंदू लड़की के अपहरण को लेकर जबर्दस्त प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि लड़की के मुस्लिम टीचर ने यह अपहरण किया है। अपहृत लड़की के माता-पिता का आरोप है कि उन्हें लड़की से मिलने नहीं दिया जा रहा है, लेकिन उसके टीचर कामरान सोमूर ने उसे एक मदरसे में पेश कराकर उससे बयान दिलवाया है। इस बीच पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के नेशनल असेंबली के मेंबर (एमएनए) खेलदास कोहिस्तानी ने इमरान की अगुआई वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी से मांगी की है कि वह अल्पसंख्यक समुदाय को सुरक्षा मुहैया कराए। कोहिस्तानी सिंघ के जमशोरो से एमएनए हैं। बताया जाता है कि 3 जुलाई को लड़की को उस समय अगवा कर लिया गया जब वह अपने कॉलेज गई थी। कोहिस्तानी ने कहा कि मार्च से अब तक लगभग 30 हिंदू लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन किया गया है। अगवा लड़की के भाई राकेश से भी बात हुई जिसने कहा कि हमें बताया गया है कि हमारी बहन और उसे अगवा करने वाला मदरसे में उपस्थित हुआ जहां बहन ने कोई बयान दिया है। राकेश ने बताया कि जब उनकी बहन 9वीं क्लास में थी उस समय कामरान उसे ट्युशन पढ़ाया करता था। वह कॉलेज में उसका क्लास टीचर भी है। यह कहे जाने पर कि हो सकता है लड़की अपनी मर्जी से गई हो। अगर ऐसा होता तो वह अपने सोने के गहने और बचाए हुए पैसे भी साथ ले जाती। वह अपने कपड़े भी ले जाती। वे दोनों उसी दिन किसी कोर्ट के सामने पेश होते, लेकिन वह रोज के पहनने वाले कपड़े और चप्पल पहनकर घर से निकली थी।