उन्नाव (ईएमएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे जिले उन्नाव में हुए रेपकांड मामले में ताजा हादसे ने लोगों को सन्न कर के रख दिया है। पीड़िता की चाची का अंतिम संस्कार गुरुवार को शुक्लागंज के पक्के घाट पर किया गया। रायबरेली जेल से शुक्लागंज पहुंचे पीड़िता के चाचा ने पत्नी की चिता को मुखाग्नि दी। पीड़िता के चाचा की आवाज सन्नाटे को चीर रही थी, जिसमें वह बार-बार कह रहे थे, ‘सेंगर मेरा पूरा परिवार खा गया।’ बुधवार को पीड़िता के गांव में एक अजीब सा सन्नाटा बिखरा हुआ था। अचानक पुलिस की दस गाड़ियों की आवाज पूरे गांव में गूंज उठी। इस फ्लीट में पीड़िता की चाची का शव लाया गया था। साथ में थे पीड़िता के चाचा जिन्हें दाह संस्कार की क्रियाओं के लिए लाया गया था। देखते ही देखते दर्जनों लोगों की भीड़ यहां जमा हो गई।
इससे पहले पीड़िता के चाचा ने अपने परिवार के साथ श्मशान घाट पर कुछ समय बिताया। इस दौरान उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रायबरेली जेल प्रशासन को वह कई बार लिख चुके हैं कि उनकी जान को खतरा बना हुआ है। इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पीड़िता के चाचा ने कहा कि वह उन्नाव जेल में शिफ्ट होना चाहते हैं, क्योंकि यहां सेंगर के लोगों से उन्हें खतरा है। रायबरेली के जिले अधीक्षक आरएन पांडेय ने कहा कि उन्हें इस पत्र के बारे में कोई जानकारी नहीं है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही उन्नाव रेप पीड़िता अपने परिवार के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से मिलने निकली थी, जब उसकी गाड़ी को एक ट्रक ने टक्कर मार दी। इस हादसे में पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई। वहीं पीड़िता और उनके वकील गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है। पीड़िता का परिवार इसे जेल में बंद आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की ओर से रची गई साजिश बता रहा है। सीबीआई ने इस मामले में सेंगर सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच तेज कर दी है।