(प्रयागराज) प्रयागराज (ईएमएस)। शहरमें उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के सदस्य,ने एक दर्जन से अधिक मामलों की सुनवाई करी । शहरमें उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के सदस्य के द्वारा महीने मे की जा रही महिला जनसुनवाई से पीड़ित महिलाओं को न्याय मिल रहा उसके बारे में जानकारी ली ।
शहरमें उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के सदस्य के द्वारा महीने मे की जा रही महिला जनसुनवाई से पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलानके के लिये अधिकारियों को निर्देश दिये । शहर के थानों पर महिलाओं की शिकायतें गम्भीरता के साथ सुनते हुए प्रकरणों निस्तारण सुनिश्चित कराया जाय
शहरमें उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के सदस्य श्रीमती अनामिका चौधरी ने सरकिट हाऊस में पीड़ित महिलाओं की समस्यायें सुनी। शहरमें उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के सदस्य श्रीमती अनामिका चौधरी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिलाओं की शिकायतो को पूरी गम्भीरता से लिया जाय,। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता बिल्कुल भी बर्दाश्त नही की जायेगी। उन्होंने कहा कि महिला जन सुनवाई में आने वाले शिकायती प्रकरणों के निस्तारण की मानिटरिंग सुनवाई के बाद नियमित रूप से आयोग के स्तर पर की जाती है इसलिए प्रकरणों को बेवजह लम्बित करने तथा पीडित महिलाओ को न्याय दिलाने में किसी प्रकार का विलम्ब कतई क्षम्य नही होगा। उन्होंने लगभग एक दर्जन से अधिक मामलों की सुनवाई की।
राज्य महिला आयोग ने सरकिट हाऊस में रीतू उर्फ पार्वती गुप्ता पत्नी हिमांशू उर्फ मनीष गुप्ता ने अपने शिकायती प्रार्थना पत्र में पति के द्वारा मारपीट की शिकायत दर्ज करवायी है। जिस पर राज्य महिला आयोग ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और रीतू उर्फ पार्वती गुप्ता के पति हिमांशू उर्फ मनीष गुप्ता को बुलाने का आदेश दिया है। इसी तरह पूनम निवासी सोरांव के द्वारा शिकायत दर्ज की गयी है, जिसमें बताया गया कि शिकायकर्ती का पति दूसरी महिला को भगा ले गया है। मा. सदस्य ने सम्बन्धित थाने के प्रभारी को निर्देशित किया कि दर्ज की गयी शिकायत की जांच करते हुए निस्तारण से अवगत करायें। इसी तरह मा. सदस्य ने आये अन्य पीडित महिलाओं की समस्याओं को सुना तथा सम्बन्धित थानों के प्रभारियों को निर्देशित किया।
मा. सदस्य ने पूर्व की जनसुनवाई के प्रकरणों के निस्तारण की स्थिति देखी। उन्होंने उपस्थित थानो के प्रभारी अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिलाओं की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर सुनें। उन्होंने कहा कि अगर कोई पीडित महिला थाने में अपनी शिकायत लेकर आती है तो उसकी पूरी समस्या को गम्भीरता से सुने तथा उस पर त्वरित कार्यवाही भी करें। उन्होंने कहा कि महिलाओ की समस्याओं को त्वरित निस्तारण कराने के लिए उ.प्र. राज्य महिला आयोग पूरी तरह से कटिबद्ध है। इसके साथ ही थानों पर ही महिलाओं की समस्यायें निस्तारित करने पर उन्होंने जोर दिया और कहा कि महिलाओं की समस्यायें थानो पर ही समाधान होने पर महिलाओं को इधर-उधर भटकने की आवश्यकता ही नही पड़ेगी।