बेग्लुरु(ईएमएस)। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने 17 नवनियुक्त मंत्रियों को विभागों की जिम्मेदारी सौंपी। जिसमें पहली बार कैबिनेट में 3 नेताओं को उपमुख्यमंत्री का दर्जा दिया गया। हालांकि लक्ष्मण सावदी को लेकर भाजपा के कुछ वरिष्ठ विधायकों के बीच विवाद चल रहा है। दरअसल सावदी 2012 में लोकसभा विडियो देखते हुए पाए गए थे हालांकि सावदी के साथ ही दो अन्य विधायक भी विधानसभा में अश्लील वीडियो देखते हुए कैमरे में कैद हो गए थे। इसके बाद उनसेपूछताछ की गई तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि वे रेव पार्टी के बारे में जानने के लिए एजुकेशन के उद्देश्य से देख रहें थे। हालांकि इसके बाद सावदी, सीसी पाटिल और कृष्णा पालेमर ने कर्नाटक में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। येदियुरप्पा के करीबी भाजपा विधायक रेणुकाचार्य ने लक्ष्मण सावदी को सरकार में शामिल करने का विरोकि किया और पूछा की चुनाव हारने के बावजूद सावदी को मंत्री के रूप में शामिल करने की ऐसी क्या आवश्यकता पड़ गई? दरअसल, उपमुख्यमंत्री बनाए गए सावदी ना तो विधानसभा के सदस्य हैं ना ही विधानपरिषद के। लेकिन वह कांग्रेस के बाग़ी नेता रमेश जरकिहोली के करीबी होने तथा आधा दर्जन विधायकों को गठबंधन से तोड़ने में मदद की थी, इसलिए उन्हे यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।