छिंदवाड़ा (ईएमएस)। परामर्श केन्द्र में गुरूवार के दिन एक अनोखा मामाल सुना जा रहा था जिसमें विवाह को मात्र 4माह हुए थे और मामला परामर्श केन्द्र पहुंच गया। मामले में पत्नी की दलील थी कि मेरा पति पागल है अनपढ़ है उसे तो यह भी नही पता की 100रूपए में कितने जीरो लगते है ऐसे पति के साथ मैं नही रह सकती मामला रंगीन खापा का था पत्नी का कहना था मैं हमारे घर और गांव में सबसे अधिक पढ़ी लिखी हूं जब उससे पूछा गया कितनी डिग्रियां है तुम्हारे पास तो उसका कहना था दसवीं तक पढ़ी हूं अब तक पति चुप बैठा था किन्तु उसने भी मुंह खोला और कहा यह दसवीं फेल है रही बात पैसे गिनने की तो आप मुझसे चाहे जितने पैसे गिनवा लो। केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार उसी समय पत्नी के सामने ही परामर्शदात्रियों ने अपने-अपने मनीबैग खंगाले और उसे एक-एक कर गिनने दिए सभी के पैसे उसने सही-सही गिनकर बताएं तब परामर्श दात्रियों ने उसकी पत्नी से कहा कि अब बताओं तुम्हारे पति को गिनना आता है या नही तब उसका कहना था पति तो बिल्कुल भी बोल्ड नही है स्मार्ट नही है मेरे अनुकूल नही है जबकि पति खेती किसानी करता है और उसी गांव का रहने वाला है जहां उसकी पत्नी का मायका है पति का कहना था मेरी पत्नी मुझे अच्छी तरह जानती है उसे यदि नही रहना मेरे साथ तो ऐसा आरोप ना लगाएं रही बात मैं वास्तव में बोल्ड होता तो ऐसी पत्नी के मिजाज घर में ही ठंडे कर देता मैं भी नही चाहता ऐसी बदमिजाज पत्नी को जीवन भर ढोउं मामले में सहमति की गुंजाईश ना होने पर मामला न्यायालय भेजा गया। एक अन्य प्रकरण में 6माह की गर्भवती पत्नी को पति ने घर से निकाल दिया था उसका बेटा 7माह का हेने आया तब उसे पत्नी की याद आई पराशर्म केन्द्र में पहुंची पत्नी का कहना था ऐसे गैर जिम्मेदार आदमी के साथ अब मैं ही नही रहना चाहती हालांकि इस पति ने कई तरीके से पत्नी को भरोसे में लेने की कोशिश की किन्तु पत्नी नही मानी। परामर्श केन्द्र में एक मामले में समझौता मनीषा ठाकुर, ज्योति राठौड तथा रीना देशमुख ने कराया।