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दुष्कर्म के सबूत मिटाने नवजात बच्चे को जिंदा दफनाया

सूरत (ईएमएस)| सूरत के पलसाणा में 17 वर्षीय नाबालिग के साथ दुष्कर्म के सबूत मिटाने के लिए नवजात बच्चे को जिंदा दफनाने का मामला सामना आया है| पीड़िता की मां की शिकायत के आधार पर सूरत की पलसाणा पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की है| पीड़िता की माता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि अशोक राठौड़ ने दो साल पहले उनकी पुत्री के साथ पहले दोस्ती की और बाद में उसके साथ दुष्कर्म किया| बाद में शादी का झांसा देकर कई बार उनकी पुत्री के साथ अशोक राठौड़ ने दुष्कर्म किया| पिछले साल किशोरी गर्भवती हो गई| जिसके बाद अशोक ने किशोरी से शादी करने का वादा किया और कहा कि वह बच्चे की जिम्मेदारी निभाएगा| हांलाकि पुत्री के गर्भवती होने का पता चलते ही पीड़िता की माता अशोक राठौड़ के पास गई तो उसने बच्चे का पिता होने से इंकार कर दिया| गत वर्ष जून महीने में महेश पटेल नामक एक कर्मचारी पीड़िता के घर आया और उसे मेडिकल जांच के लिए सूरत के बारडोली ले गया| जहां से डॉक्टर ने उसे सूरत रिफर कर दिया| जून महीने में पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म दिया| पीड़िता की माता की शिकायत के मुताबिक डॉक्टर और अन्य आरोपियों ने मिलकर नवजात शिशु को सूरत से 20 किलोमीटर दूर बालेश्वर गांव में जिंदा दफना दिया| पलसाणा पुलिस ने पीड़िता की मां की शिकायत के आधार पर 4 लोगों के खिलाफ जांच शुरू की है|

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