कोलकाता(एजेंसी)। एम्फन तूफान की वजह से बुरी तरह तहस-नहस हुए बंगाल के बुनियादी ढांचे और आवश्यक सेवाओं की बहाली के लिए शनिवार को कोलकाता और उसके आस-पास के जिलों में सेना को तैनात किया गया है। एक रक्षा अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि सेना के 5 कॉलम को कोलकाता, पूर्व मेदिनीपुर, उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिले के विभिन्न हिस्सों में तैनात किया गया है। राज्य के 4 हिस्सों में चकेवात की वजह से सबसे अधिक नुकसान की खबर है।गैरतलब है कि सेना के एक कॉलम में 35 सैनिक होते हैं, जिनमें अधिकारी और जूनियर कमीशन अधिकारी शामिल हैं। तूफान से अब तक 88 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले ममता बनर्जी सरकार ने शनिवार को केंद्र से सेना भेजने की अपील की थी। बंगाल के गृह विभाग ने शनिवार को यह जानकारी दी। राज्य में चक्रवात से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। यहां रेलवे, पोर्ट, बिजली और टेलिफोन लाइनों सहित सब कुछ तहस-नहस हो गया है। राज्य में इन्हें ठीक करने की कोशिशों में मदद के लिए सेना की सहायता मांगी है। सीएम ममता ने कहा कि फणि तूफान के समय बंगाल ने ओडिशा की मदद की थी। अब ओडिशा से इस समय मदद मांगी गई है। साथ ही झारखंड से भी टीम मांगी गई है। इस पर ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप जेना ने कहा कि बंगाल में राहत कार्य में ओडिशा भी मदद करेगा। उन्होंने बताया, ओडिशा सरकार ने बंगाल में गिरे पेड़ों को हटाने, रोड क्लियर करने और अन्य राहत कार्य के लिए ओडिशा डिजास्टर रैपिड ऐक्शन फोर्स के 500 जवान और फायर डिपार्टमेंट के 500 कर्मी भेजने का फैसला लिया है।