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राजस्थान-मध्य प्रदेश में कहर ढाने के बाद टिड्डी दल ने अब उत्तर प्रदेश का रुख किया

नई दिल्ली (एजेंसी)। देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और इस बीच एक और समस्या विकराल होती जा रही है। यह है खड़ी फसलों पर टिड्डियों का हमला। राजस्थान और मध्य प्रदेश में कहर ढाने के बाद अब उन्होंने उत्तर प्रदेश का रुख किया है। टिड्डियों ने राज्य के कई जिलों को अपनी चपेट में ले लिया है। इसके कारण उत्तर प्रदेश सरकार को अलर्ट घोषित करना पड़ा है।
टिड्डियों का झुंड अप्रैल के दूसरे हफ्ते पाकिस्तान से राजस्थान पहुंचा था। राजस्थान के 18 और मध्य प्रदेश के करीब 12 जिलों में फसलों को चौपट करने के बाद अब यह उत्तर प्रदेश के झांसी और आगरा पहुंच चुका है। यह समस्या इतनी बड़ी है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य में अलर्ट घोषित कर दिया है। टिड्डियों ने उत्तर प्रदेश में 17 जिलों को अपनी चपेट में ले लिया है। इनमें आगरा, अलीगढ़, मथुरा, बुलंदशहर, हाथरस, एटा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, फरुर्खाबाद, औरेया, जालौन, कानपुर, झांसी, महोबा, हमीरपुर और ललितपुर शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश के कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक टिड्डियों का बड़ा झुंड एक घंटे में कई एकड़ खड़ी फसल को चौपट कर सकता है। इस स्थिति से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश के कृषि विभाग ने किसानों को जागरूक बनाने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया है। आगरा में जिला प्रशासन ने केमिकल स्प्रे के साथ 204 ट्रैक्टरों को मोर्चे पर लगाया है। 20 मई को टिड्डियों का दल राजस्थान के दौसा जिले में देखा गया था। महज 5 दिन में यह अजमेर से 200 किमी दूर दौसा पहुंचा था और अब उत्तर प्रदेश में घुस चुका है।
मध्य प्रदेश में टिड्डियों ने कम से कम 12 जिलों में खड़ी फसलों को चौपट कर दिया। पिछले एक दशक में टिड्डियों का यह सबसे बड़ा हमला है। राज्य में टिड्डियों का दल 17 मई को सबसे पहले मंदसौर और नीमच पहुंचा और फिर देखते ही देखते इसने 10 और जिलों को अपनी चपेट में ले लिया। मंदसौर, नीमच, उज्जैन, देवास, शाजापुर, इंदौर, खरगौन, मोरेना और श्योपुर जिले टिड्डियों के हमले से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।

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