नई दिल्ली(एजेंसी)। देश की अर्थव्यवस्था के सामने अभी चारों तरफ से चुनौती है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद आर्थिक गतिविधि में जरूर तेजी आएगी, लेकिन अभी प्रवासी मजदूर की समस्या सबसे गंभीर है। अब तक पचास लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूर घर पहुंच चुके हैं। यह चिंता का विषय इसलिए है, क्योंकि अगर वो नहीं रहेंगे तो काम नहीं होगा और अर्थव्यवस्था की गाड़ी ऐसे में रुकी रहेगी। इस समस्या से निपटने को लेकर वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने बड़ा बयान दिया है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि इन मजदूरों को वापस लाने के लिए सरकार स्पेशल ट्रेन चलाएगी। उन्होंने इंडस्ट्री के लोगों से अपील की है कि वे अपने यहां काम करने वाले मजदूरों से संपर्क में रहें। जैसे-जैसे लॉकडाउन से राहत मिलती जाएगी, उन्हें वापस लाया जाएगा।
कामकाज में दिक्कत
बता दें कि दक्षिण के राज्यों में कंस्ट्रक्शन यूनिट्स और वैसी इंडस्ट्री जहां बड़ी संख्या में मजदूर काम करते हैं, वहां मजदूरों की भारी कमी खल रही है। पहले भी कई रिपोर्ट आ चुकी है कि कई कंपनियों में लेबर की कमी खल रही है। ऐसे में वे वर्तमान में जो लेबर उपस्थित हैं, उनसे काम चला रहे हैं। उन्हें अपने पास बनाए रखने के लिए ज्यादा पैसे भी दिए जा रहे हैं।