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भगवान जगन्नाथ, बलराम और बहन सुभद्रा के रथ ने की मंदिर परिसर में परिक्रमा

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अहमदाबाद (एजेंसी)| अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की 143वीं रथयात्रा इस वर्ष मंदिर परिसर में ही आयोजित हुई। कोरोना महामारी के वर्तमान हालात में इस वर्ष भगवान के दर्शन का लाभ भक्तजनों ने विभिन्न नियमों का पालन करते हुए उठाया। निश्चित संख्या में खलासियों की मदद से रथ प्रस्थान के अवसर पर मंदिर परिसर ‘जय रणछोड़ माखन चोर’ के जयघोष से गूंज उठा था। मंदिर परिसर में ही मास्क, सैनेटाइजर और सामाजिक दूरी जैसे नियमों की पालना के साथ नगरजन प्रभु के दर्शन कर सकें ऐसी व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा प्रत्येक दर्शनार्थी के मंदिर में प्रवेश करते समय थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही थी।

भगवान जगन्नाथ, बलराम और बहन सुभद्रा के रथ ने की मंदिर परिसर में परिक्रमा
– ‘जय रणछोड़ माखन चोर’ के जयघोष से गूंज उठा मंदिर परिसर
– नियमों की पालना के साथ दर्शन का लाभ उठाकर भावविभोर हुए भक्तजन

मंदिर प्रांगण में प्रवेश करते समय भक्तजन भगवान का जयघोष कर रहे थे, जिससे वातावरण भक्तिमय बन गया था। अपने प्राण प्यारे भगवान की मूर्ति का दर्शन कर भक्त भावविभोर हो गए थे। अनेक श्रद्धालुओं का कहना था कि इस बार रथ की परिक्रमा भले ही मंदिर परिसर में हुई, लेकिन इस बात की विशेष खुशी है कि भगवान के दर्शन अत्यंत सरलता से हुए। यही नहीं, इस बार भगवान के एकदम निकट पहुंचने का अवसर भी मिला इसलिए हम सभी भक्तजन धन्यता महसूस कर रहे हैं। गौरतलब है गुजरात में कोरोना का आंकड़ा 27000 के पार कर गया है, जिसमें 18000 से अधिक मामले इकलौते अहमदाबाद में दर्ज हुए हैं| भगवान जगन्नाथजी की मंदिर समेत रथयात्रा का ज्यादातर रूट रेड जोन में आता है| जिसे देखते हुए गुजरात हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए रथयात्रा के आयोजन पर रोक लगा दी थी| लेकिन सुप्रीम कोर्ट से पुरी की रथयात्रा को सशर्त मंजूरी दिए जाने के बाद शनिवार को अहमदाबाद की रथयात्रा को स्वीकृति देने की मांग करते हुए शनिवार गुजरात हाईकोर्ट में गुहार लगाई गई| परंतु हाईकोर्ट ने कोरोना संकट को देखते हुए अपना फैसला नहीं बदला और रथयात्रा मंदिर से बाहर नहीं निकालने का आदेश दिया| हाईकोर्ट के आदेश के चलते मंदिर परिसर में ही 143वीं रथयात्रा का आयोजन किया गया|

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