बाराबंकी (एजेंसी)। जिले के एक निजी नर्सिंग होम में चंद रुपयों के लालच में एक मां से उसका बच्चा छीनकर मौत के हवाले कर दिए जाने का सनसनीखेज प्रकरण सामने आया है। यही नहीं बल्कि दुखियारी मां ने जब अपने बच्चे का शव मांगा तो चिकित्सकों द्वारा शव देने के बजाय पीड़िता की अश्लील वीडियो बनाने के साथ-साथ उसको परिवार सहित कमरे में बंद कर जुबान बंद रखने के लिए बुरी तरह डराया धमकाया गया। पीड़िता न्याय के लिए दर-दर भटक रही है।जानकारी के मुताबिक कामिनी देवी पत्नी रोहित शर्मा ग्राम जलालपुर, थाना सफदरगंज, जनपद बाराबंकी की मूल निवासिनी है। गर्भधारण के दौरान प्रसव पीड़ा होने पर बीते 24 जून को दोपहर में वह थाना रामसनेहीघाट अंतर्गत भिटरिया स्थित आकंक्षा नर्सिंग होम गई। जहां पर कथित डॉ. अनीता वर्मा ने उसको अपने कमरे में ले जाकर डिलीवरी करवाई। डिलीवरी के दो घण्टे बाद कामिनी को इंजेक्शन लगाने के बाद कहा कि बच्चे को आईसीयू में रख दिया गया है। वर्तमान समय में कोरोना चल रहा है, आप अपने घर जाइए। जिसके बाद कामिनी अपनी ससुराल जलालपुर चली आई। दूसरे दिन कामिनी को फोन करके नर्सिंग होम बुलवाया गया वहां उससे कहा गया कि आप अपने बच्चें को दूध पिला दो, जैसे ही बच्चे ने दूध पिया तो अनीता वर्मा ने बच्चे को गोद से लेकर कहा कि इसे अभी आईसीयू में रखने की जरूरत है। तुमको पुन: हम बुला लेंगे। उसके बाद 29 जून को डॉक्टरों द्वारा बताया गया कि आपके बच्चे की मौत हो गई है। आप 20 हजार रूपये लेकर आओ, तब अपने बच्चे की बॉडी लेकर जाओ। इस पर कामिनी ने रोते हुए कहा कि मेरे घर में कोई नहीं है, जैसे ही कोई आता है हम पैसों का इंतजाम करके आपके पास आते है। कामिनी का आरोप है कि अनीता ने उसके साथ धोखाधड़ी व षड़यंत्र करके बच्चे को हड़प करके किसी अन्य को बेच दिया है। कामिनी का यह भी आरोप है कि उसको डरा धमकाकर जबरन नर्सिंग होम के डॉ. रमेश सिंह ने अल्ट्रासाउण्ड भी किया और अश्लील वीडियो बनाया। जिसमें फर्जीवाड़ा करके रिपोर्ट में दिखाया कि उसके पेट में 7 हते 3 दिन का बच्चा है। जबकि उसने 1 जुलाई को पुन: अल्ट्रासाउण्ट यूरेका डायग्नोस्टिक सेंटर में कराया तो वहा पता चला कि गर्भाशय में सिर्फ गंदगी जमा है। कामिनी के अनुसार जब उसने एक दिन अनीता वर्मा को फोन किया तो उन्होंने गंदी-गंदी गालियां व जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि यदि कहीं शिकायत किया तो अंजाम बुरा होगा। कामिनी का आरोप है कि अनीता ने षड़यंत्र के तहत प्रसव से सम्बंधित समस्त कागजात उससे ले लिए है ताकि सारे साक्ष्य मिट जाये। अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज में पूर्ण घटना दर्ज है, लेकिन डॉ अनीता वर्मा व डॉ. रमेश सिंह ने सीसीटीवी फुटेज को साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से हार्डडिस्क गायब करके दूसरी हार्डडिस्क लगा दी है, ताकि साक्ष्य को पूर्णरूप से नष्ट किया जा सके। पीड़िता का यह भी कहना है कि जब अपने परिवार एवं अपने भाई नरेन्द्र के साथ रोते बिलखते वह नर्सिंग होम पहुँची तो उससे कहा गया कि आपकी हमारे नर्सिंग होम में डिलीवरी हुई ही नहीं। इसके बाद डरा-धमकाकर समस्त लोगो को कमरे में बंद कर दिया गया और जान से मारने की धमकी देकर जुबान बंद करने को कहा गया। साथ ही जबरदस्ती उसका व उसके परिवार के लोगों के हस्ताक्षर निशानी अंगूठा बनवा लिया गया। पीड़िता ने बताया चिकित्सकों ने हमसे कहा हमारे पास बड़े-बड़े दलाल है, हमारी पैरवी तुंरत होगी। तुमको उल्टे हम लोग फसवा देंगे और तुम्हारा घर कोरिया सब बिक जायेगा। जिसके बाद कामिनी रोते बिलखते अपने घर चली आई। इस संबंध में कामिनी ने थाना रामसनेहीघाट में प्रार्थना पत्र देकर पुलिस को समूचे घटनाक्रम से अवगत करवा कर नर्सिंग होम के विरुद्ध जांच कर कार्रवाई का अनुरोध किया है।
पीड़िता का मामला संज्ञान में आया है। जांच की जा रही है, अगर अस्पताल में ऐसा हुआ है तो शाक्त कार्यवाही की जायेगी।
पवन गौतम सीओ, रामसनेहीघाट, बाराबंकी
यह घटना आप लोगों के माध्यम से जानकारी में आयी है लेकिन अभी तक मेरे पास कोई षिकायती पत्र नही आया है षिकायती पत्र मिलने के बाद जांच में अगर सही पाया गया तो डाक्टर और अस्पताल प्रबंधन पर कार्यवाही की जायेगी।
डा. रमेष चन्द्रा सीमएओ, बाराबंकी