सूरत (एजेसी)| शहर में कोरोना का कहर जारी है| मनपा संचालित स्मीमेर अस्पताल के रेसीडेंट डॉक्टरों ने फीस माफी की मांग को लेकर 31 जुलाई तक हडताल पर जाने की धमकी दी है|
सूरत जिला व शहर में कोरोना का कहर लगातार जारी है| कोरोना संक्रमण के बीच रेसीडेंट डोक्टर जान जोखिम में डालकर कोविड सेन्टर व कोविड इमरजैंसी में फर्ज निभा रहे है| स्मीमेर अस्पताल में लापरवाही के अनेक किस्से प्रकाश में आए है| कोरोना संक्रमण के बीच फर्ज निभा रहे मनपा संचालित स्मीमेर अस्पताल के रेसिडेन्ट चिकित्सकों ने 6 माह की फीस रद्द करने की मांग की है| मनपा द्वारा फीस माफ नहीं करने पर 31 जुलाई तक हडताल करने की धमकी दी है| रेसीडेंट डॉक्टरो ने डीन, सुप्रिटेन्डेन्ट, मनपा कमिशनर, नर्मद युनिवर्सिटी के कुलपति सहित के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा है| स्मीमेर अस्पताल के रेसीडेन्ट डॉक्टरों की टीम ने बताया कि हम पिछले 6 माह से एक भी दिन की छुट्टी के बगैर कोरोना सेन्टर में फर्ज निभा रहे है| जान जोखिम में डालकर हम काम कर रहे है| कोरोना के चलते हमारा परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा है| हम 6 माह की 7.50 लाख की रेसीडेंट फीस अदा कर पाने की स्थिति में नहीं है| हम जान जोखिम में डालकर कोविड सेन्टर में फर्ज निभा रहे है, इसलिए हमारी फीस माफ कर दी जाए| रेसीडेंट चिकित्सकों ने जिन क्षेत्र में प्रवेश लिया है| वहां प्रशिक्षण नहीं मिल रहा| हम सिर्फ कोरोना वोर्ड व इमरजैंसी में भी फर्ज निभाने के कारण हमारी पढाई को नुकसान हो रहा है| सरकार ने हरेक क्षेत्र में सभी को फीस में राहत दी है, सरकार को हम डॉक्टरों को भी देनी चाहिए| रेसीडेंट डॉक्टरों ने मनपा के उच्चाधिकारियों को अनेकों बार पेशकश की है, परंतु प्रशासन द्वारा कोई प्रत्युत्तर नहीं मिलने पर आगामी 31 जुलाई तक फीस माफ नहीं करने की रेसिडेन्ड डॉक्टरों ने हडताल करने का अल्टीमेटम दिया है|