नई दिल्ली (एजेन्सी)। कोरोना संकट काल में स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा, मगर कोरोना की वजह से कई बदलाव देखने मिलने वाले है। गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखा है कि वे बड़े जुलूसों से बचें।
मंत्रालय ने सबसे टेक्नोलॉजी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने की अपील की है। स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले में प्रधानमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा, फिर 21 बंदूकों की सलामी होगी और उसके बाद प्रधानमंत्री का संबोधन होगा। सबसे अंत में राष्ट्रगान होगा। राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों से कोविड वॉरियर्स को बुलाने को कहा गया है।
- क्यों होगा प्रमुख बदलाव
प्रधानमंत्री मोदी को कोरोना से बचाने के लिए लाल किले की तमाम जगहों पर खास कोटिंग की जा रही है। ये वे जगहें हैं जिन्हें प्रधानमंत्री समारोह के दौरान छू सकते हैं। इसमें लाल किले की प्राचीर से लेकर मंच और रेलिंग तक शामिल हैं। यह खास कोटिंग कोरोना को पांच से सात दिन तक पनपने नहीं देती है।
इससे पीएम के अलावा करीब 150 वीआईपी को भी सुरक्षा मिलेगी। कोरोना के चलते लाल किले पर आजादी के जश्न में बच्चों को शामिल नहीं किया गया। हर बार उनकी मौजूदगी से माहौल बना रहता था मगर इस बार थर्माकोल से प्रतीक बनाए जाएंगे।
स्वतंत्रता दिवस समारोह में कोरोना वॉरियर्स को खासतौर से शामिल किया जाएगा। करीब डेढ़ हजार कोविड वॉरियर्स इस समारोह का हिस्सा होने वाले हैं, जिनमें दिल्ली पुलिस के 200 जवानों के अलावा पैरामिलिट्री फोर्सेज के जवान भी शामिल हो रहे हैं। इसके अलावा कोरोना से ठीक हो चुके लोगों को भी बुलाया गया है।
कोरोना के कारण मेटल डिटेक्टर के पास तैनात जवान पीपीई किट पहने दिखाई देने वाले है। इसके अलावा जगह-जगह हैंड सैनिटाइजर को रखा गया है। बैठने की व्यवस्था अलग होगी और दो गज की दूरी रखी जाएगी। लोगों की मौजूदगी कम से कम रखने के लिए पूरी समारोह की वेबकास्टिंग होगी।
सूत्रों के मुताबिक, इस बार सेना या पुलिस का बैंड मौजूद नहीं होगा। उनके बैंड का रिकॉर्ड किया विडियो लाल किले पर बड़े एलईडी स्क्रीन पर चलाया जाएगा।
स्वतंत्रता दिवस समारोह में शिरकत करने वालों का मास्क पहना अनिवार्य होगा। इतना ही नहीं उनके मोबाइल पर आरोग्य सेतु ऐप में स्टेटस ग्रीन देखकर ही एंट्री दी जाएगी।
गृह मंत्रालय के मुताबिक, स्वतंत्रता दिवस समारोह की थीम ‘आत्मनिर्भर भारत’ पर आधारित होगी। गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में समारोहों के लिए भी गाइडलाइंस जारी की हैं। रिजर्व पुलिस बल के जवानों को कोविड-19 टेस्ट के बाद 15 दिन पहले ही क्वारंटीन कर दिया गया है। ये सभी वे जवान हैं जो गार्ड ऑफ ऑनर देने वाले है।
करीब 300 जवान हैं जो क्वारंटीन में हैं। उन्हें पुलिस कॉम्प्लेक्स के अंदर, सभी जरूरी नियमों और सोशल डिस्टेंसिंग नॉर्म्स के साथ रखा गया है। किसी में कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं। ये सभी जवान क्वारंटीन हैं। उनमें बैकअप के लिए भी जवानों को रखा गया है।
लाल किले पर हर साल करीब एक हजार वीआईपी बुलाए जाते हैं जिसे इस बार 150 तक सीमित कर दिया गया है। सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा बंदोबस्त होगा। कोविड-19 के लक्षण वालों को एंट्री नहीं मिलेगी।