भोपाल (एजेंसी)। एमपी के उज्जैन शहर में पुलिस ने खुद को आईपीएस अफसर बताने वाले से एक शातिर जालसाज को गिरफ्तार कर लिया है। बताया गया है कि शातिर ने टोल टैक्स नाके पर उसने टैक्स देने से मना करते हुए खुद को आईपीएस अधिकारी बताते हुए अपना नाम ज्योतिर्मय विजयवर्गीय बताया। संदेह होने पर टोल कर्मचारियों ने उज्जैन पुलिस को इसकी सूचना दी।
इसके बाद जब पुलिस वहां पहुंची तो सारा खूलासा हो गया, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के अनुसार रविवार सुबह एसटीएफ को सूचना मिली कि एक व्यक्ति अपने आप को आईपीएस अफसर बताकर धौंस जमा रहा है। इसी आधार पर पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और उसे हिरासत में लिया और पूछताछ की तो उसने अपना नाम ज्योतिर्मय विजयवर्गीय बताया।
जालसाजी का भांडाफोड होने पर उसने बताया कि वह इंदौर में रहता है, उसके माता-पिता देवास में निवास करते हैं। उसने अभी तक कई लोगों को अपना शिकार बनाते हुए लाखो की ठगी की है। यह जानकारी भी सामने आई है, शातिर ऐसे बैंक अकाउंट का चेक देकर पैसे लेता था, जिसमें जीरो बैलेंस था। उसके पास से 100 चेक बुक और एक लक्जरी गाड़ी बरामद हुई है। पुलिस फिलहाल उससे पूछताछ कर रही है, जिसके बाद और भी खुलासे हो सकते हैं।
पूरे मामले का खूलासा करते हुए एसटीएफ अफसरो ने बताया कि एक शातिर को आईपीएस विपिन कुमार माहेश्वरी के नाम का दुरूपयोग कर रसूख दिखाने पर एसटीएफ उज्जैन ने गिरफ्तार किया है। अधिकारियो के अनुसार फरियादी जितेन्द्र कुमार जाट टोल प्लाजा पर कामा करता है, उसे जालसाज द्वारा मोबाईल पर खूद को आईपीएस विपिन माहेश्वरी बताकर उसकी फोर्चुनर कार नंबर एमपी04-सीएन-0270 को बिना टोल टैक्स दिये जाने के लिये फोन किया गया और टोल पर पहुंचकर अपना रूआब दिखाते हुए अपने परिचितो को टोल नाके पर नौकरी लगाने के लिए कहा गया।
घटना कि शिकायत पर एस.टी.एफ. थाना भोपाल ने चार सौ बीसी सहित अनय धाराओ के तहत मामला दर्जकर जॉच में लिया। एसटीएफ उज्जैन द्वारा घटना कि गंभीरता को देखते हुए आरोपी ज्योतिर्मय उर्फ ज्योति पिता रामेश्वर विजयवर्गीय उम्र 46 वर्ष निवासी 403 कारनेशन शालीमार टाउनशीप इन्दौर स्थाई निवासी 47 सरदार पटेल मार्ग बजरंग नगर देवास को गिरफ्तार किया गया।
जॉच मे सामने आया कि शातिर आरोपी ज्योतिर्मय ने अपने मोबाईल मे ट्रु-कॉलर एप कि प्रोफाईल में स्वयं के कई नम्बर को आईपीएस विपिन माहेश्वरी और अन्य प्रभावी व्यक्तियों के नाम से सेव कर रखा है। इन्ही अज्ञात नंबरो पर वो अन्य व्यक्तियो के नाम से फ़ोन लगाकर लोगों को प्रभावित कर उन्हें काम करने का कहता था।
ट्रु-कॉलर पर प्रभावी व्यक्तियो के नाम देखकर संबंधित व्यक्ति इसकी जालसाजी का शिकार हो जाता था अधिकारियो ने बताया कि जालसाज ज्योतिर्मय द्वारा जो फॉरच्यूनर कार का उपयोग किया जा रहा है, उसके वाहन मालिक राजीव आर्य निवासी इन्दौर से ज्योतिर्मय द्वारा यह कार 14 लाख रूपये मे जनवरी 2020 मे खरीदी गई जिसके ऐवज मे कार मालिक को जालसाज ने जो चैक दिये थे, वे सभी चैक बाउन्स हो गये।
संदेह के आधार पर जब टीम ने आरोपी ज्योतिर्मय के घर की तलाशी ली तो वहॉ से टीम को विभिन्न बैंको की 100 से अधिक चैकबुक बरामद हुई है। इसके साथ ही आरोपी के पास अन्य कई व्यक्तियों के नाम की चैकबुक और साईन किये हुए लाखो रूपये के चैक भी मिले हैं, जिसका उपयोग कर आरोपी लोगो से लाखो रूपये की ठगी करता था। आगे की छानबीन मे सामने आया कि आरोपी के खिलाफ पूर्व मे भी लेन-देन कर धोखाधड़ी की शिकायते इन्दौर जिले के विभिन्न थानों मे अनेक लोगो द्वारा की गई है। वही आरोपी के खिलाफ मुंबई, थाना इंगोरिया उज्जैन, धना लसूडिया इन्दौर मे प्रकरण दर्ज है।