लखनऊ (एजेसी)। उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी में दलित बच्ची की गैंगरेप के बाद निर्मम हत्या को लेकर विपक्ष ने सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निषाना साधा है। विपक्ष दलों ने सूबे की कानून-व्यवस्था को ध्वस्त करार देते हुए राज्य में जंगलराज होने की बात कही है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए अपने फेसबुक पर लिखा कि बच्चों के खिलाफ अपराध के मामले में यूपी सबसे ऊपर है। पिछले कुछ दिनों में यूपी की कई जगहों से बच्चों के खिलाफ अपराध की ऐसी खबरें आईं हैं जो आपको हिला कर रख देंगी। यूपी की कानून व्यवस्था बच्चों, बेटियों व महिलाओं को सुरक्षा देने में पूरी तरह असफल रही है। हैरानी की बात तो ये है कि यूपी पुलिस हर घटना के बाद लीपापोती में पहले लग जाती है।
वहीं, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा काल में बच्चियों व नारियों का उत्पीड़न चरम पर है। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि ‘उप्र के लखीमपुर खीरी में एक बेबस किशोरी से दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना है। भाजपा काल में उत्तर प्रदेश की बच्चियों व नारियों का उत्पीड़न चरम पर है। बलात्कार, अपहरण, अपराध व हत्याओं के मामले में भाजपा सरकार प्रश्रयकारी क्यों बन रही है?’ उधर, बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमों एवं प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी इस मामले पर ट्वीट करते हुए कहा कि ‘उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में दलित नाबालिग के साथ बलात्कार के बाद उसकी नृशंस हत्या अति दुखद और शर्मनाक है। ऐसी घटनाओं से सपा और वर्तमान भाजपा सरकार में फिर क्या अंतर रह गया। सरकार दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे। बसपा की यही मांग है।’
विदित हो कि पकरिया गांव निवासी 13 वर्षिया की दलित बच्ची शुक्रवार को सुबह 11 बजे खेत जाने के लिए घर से निकली थी। देर तक जब रामावती वापस नहीं आई तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। देर शाम परिजनों ने गांव के पास गन्ने के खेत में बच्ची का शव देखा। बच्ची की दोनों आंखें फोड़ दी गई थीं और उसकी जबान भी किसी नुकीले औजार से छेदी हुई थी। बच्ची का गला एक काले दुपट्टे से कसा हुआ था। हालांकि पुलिस ने आंखें फोड़े जाने और जबान काटे जाने की चर्चाओं का खण्डन किया है।