भोपाल (एजेंसी)। भोपाल शहर में फर्जी वेबसाइड और समाचार पत्रो के माध्यम से बेरोजगार युवक-युवतियो से वर्क फ्राम होम के नाम पर हो रही वित्तीय धोखाधड़ी की शिकायतो पर संज्ञान लेते हुए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री मिलिंद कानस्कर द्वारा सायबर अपराधो के तत्काल निकाल के दिशा-निर्देशो के पालन में तथा पुलिस अधीक्षक सायबर डॉ. गुरकरन सिंह एवं अति. पुलिस अधीक्षक श्री वैभव श्रीवास्तव के मार्गनिर्देशन पर निरीक्षक अभिषेक सोनेकर के नेतृत्व में थाना सायबर पुलिस भोपाल की टीम द्वारा दिनांक 01.09.2020 तथा 02.09.2020 को एमपी नगर भोपाल में संचालित 02 फर्जी संस्थानो पर दबिश दी गई जिनके द्वारा फर्जी टायपिंग असाइनमेंट देकर युवक-युवतियो से वित्तीय धोखाधड़ी की जा रही थी।
थाना सायबर एवं उच्च तकनीकी अपराध पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी कि एमपी नगर भोपाल से संस्थानो द्वारा युवक-युवतियो को आनलाइन टायपिंग असाइनमेंट देकर रजिस्ट्रेशन/एग्रीमेंट फीस लेकर अधिक राशि कमाने का लुभावना प्रलोभन देकर धोखाधड़ी की जा रही है। इसके लिए आरोपियो ने वेबसाइट बनाई हुई है जिसके माध्यम से इस तरह के लुभावने विज्ञापन प्रसारित किए जा रहे है। बेरोजगार युवक-युवतियां इस अवसर का लाभ उठाने के लिए इनके पास रजिस्ट्रेशन कराते थे।
रजिस्ट्रेशन के नाम पर तीन से साड़े चार हजार रूपये एडवांस वसूले जाते थे तथा टायपिंग असाइनमेंट पूरा करने पर उसमें कमी निकालकर नाम मात्र की राशि दे दी जाती थी तथा शेष राशि हड़प ली जाती थी। दिनांक 01.09.2020 को मासइन्फों मीडिया एमपी नगर के संचालक अनिरूद़ध चौकसे उम्र 30 वर्ष निवासी पिपरिया होशंगाबाद के विरूद्ध कार्यवाही की गई तथा आरोपी को गिरफ्तार किया गया। आरोपी के पास से सैकड़ो युवक-युवतियो के डेटा प्राप्त हुए है जिनसे इन संबंध में तस्दीक की जा रही है।
इसी क्रम में दिनांक 02.09.2020 को एमपी नगर भोपाल के बिजनिस इन्फोटेक संस्थान के संचालक गौरव जोशी पिता कैलाश जोशी उम्र 28 वर्ष निवासी अवधपुरी भोपाल के विरूद्ध कार्यवाही की गई। जिसमें संस्थान से अनेक युवक-युवतियो से की गई ठगी के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई है। दोनों ही अपराधो में विवेचना जारी है। थाना सायबर एवं उच्च तकनीकी अपराध पुलिस द्वारा आनलाइन प्लेटफार्म से हो रही वित्तीय धोखाधड़ी के विरूद्ध लगातार कार्यवाही की जायेगी। विशेष तौर पर ओएलएक्स, क्यूकर r तथा अन्य व्यवसायिक प्लेटफार्म व बेरोजगार युवक-युवतियो के साथ हो रही नौकरी पर हो रही आनलाइन धोखाधड़ी पर विशेष अभियान प्रारम्भ किया गया है।