लखनऊ (एजेंसी)। कुपोषण रोकने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने विशेष पहल करते हुए निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में जो महिलाएं या बच्चे कुपोषण के शिकार हैं, उनके घर में गाय उपलब्ध कराई जाए। हालांकि ये ऐच्छिक होगा। अगर वो परिवार गाय पालने का इच्छुक हो और उनके पास गाय रखने के लिए पर्याप्त जगह हो। साथ ही गाय के भरण-पोषण के लिए हर महीने यूपी सरकार 900 रुपए भी देगी।
दरअसल यूपी सरकार प्रदेश में कुपोषण कम करने की कोशिश कर रही है। इसी के तहत सात सितंबर से ‘पोषण माह’ भी चलाया जा रहा है। इस एक महीने में प्रदेश में अलग-अलग स्तर पर कुपोषित परिवारों पर ध्यान देने, पोषण आहार को लेकर जागरुकता फैलाने और कुपोषित परिवारों को ज़रूरी रिसोर्स उपलब्ध कराने पर ध्यान दिया जाएगा। सीएम ने छह महीने में कुपोषण की दर को एक फीसदी नीचे लाने का लक्ष्य रखा है। इसी के तहत गाय पालने को बढ़ावा दिया जा रहा है।
सरकार कुपोषण से जूझ रहे परिवारों को किचन गार्डन बनाने के लिए भी प्रोत्साहित करेगी, ताकि उनको और उनके परिवार को पोषण वाले खाद्य पदार्थ मिल सकें। इसके अलावा एसएएम (सिवियर एक्यूट मालन्यूट्रिशन) बच्चों को चिह्नित भी किया जाएगामार्च-2021 तक ये देखा जाएगा कि कौन सा जिला कुपोषण को कम करने में कैसा काम कर रहा है। इसके आधार पर जो जिला सबसे अच्छा काम करेगा, उसे पुरस्कार भी दिया जाएगा।
‘न्यूट्रीशन ड्राइव’ का अलग-अलग स्तर पर लगातार रिव्यू किया जाएगा। जिला स्तर पर हफ्ते-दर-हफ्ते रिव्यू किया जाएगा। मुख्य सचिव स्तर पर महीने-दर-महीने रिव्यू। और सीएम हर दो-दो महीने में रिव्यू करेंगे कि कुपोषण दूर करने का काम कैसा चल रहा। इससे पहले चार सितंबर को योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये तमाम जिलों के ऐसे परिवारों से बात की, जिन्होंने कुपोषण को दूर करने के लिए अच्छा काम किया है। बहराइच, लखीमपुर खीरी, बलरामपुर और बाराबंकी जैसे जिलों के लोगों से बात की।