अलीगढ़ (एजेंसी)। कोरोना संकट काल में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना गर्भवती व धात्री महिलाओं के लिए संजीवनी साबित हो रही है। इस मुश्किल घड़ी में जब रोजी-रोजगार पहुच से दूर हुआ तो प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना ने आगे बढ़कर गरीबों का दामन थामा। कोराना संक्रमण काल में जिले की 53041 महिलाओं ने योजना का लाभ प्राप्त किया है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत पहली बार मां बनने पर मिली राशि महिला और बच्चे के लिए खानपान और देखभाल के लिए वरदान साबित हो रही है। पहली बार गर्भवती होने वाली महिला व जच्चा बच्चा के बेहतर स्वास्थ्य के लिए केंद्र सरकार द्वारा जनवरी 2017 से प्रधानमंत्री वंदना योजना की शुरुआत की गई।
इस योजना के तहत कोरोना संक्रमण के दौर में भी पात्र महिलाओं को निरंतर योजना का लाभ देकर आर्थिक मदद की जा रही है। इस राशि से मां और बच्चे के अच्छे पोषण और देखभाल में सहयोग मिल रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 बी.पी.एस. कल्याणी ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को पोषण के लिए 5000 रूपये का लाभ 3 किश्तों में दिया जाता है। पंजीकरण कराने के बाद 1000 और प्रसव पूर्व जांच गर्भावस्था के 6 माह बाद होने पर दूसरी किश्त के रूप में 2000 रुपए और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूर्ण होने और जन्म पंजीकरण होने पर तीसरी किश्त में 2000 रूपये दिए जाते हैं।
योजना के नोडल अधिकारी डा0 एस0पी0 सिंह ने बताया कि संक्रमण के दौर में भी पात्र महिलाओं को निरन्तर योजना से लाभान्वित किया जा रहा है। जिससे मॉ और बच्चे की अच्छे से देखभाल और भरण-पोषण में मदद हो रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकटकाल में सोशल डिस्टेंसिंग और बिना आवश्यक कार्य घर ने निकलने की मनाही के चलते लाभार्थी योजना के फार्म आशा और एएनएम से सम्पर्क कर भर सकते हैं। प्रवासी पात्र महिलाएं भी योजना का लाभ प्राप्त कर सकती हैं। योजना को पारदर्शी ढ़ंग से लागू करने के लिये प्रदेश स्तर से हैल्पलाइन नं0 7998799804 भी जारी किया गया है, आवेदक किसी भी प्रकार की समस्या के निदान के लिये सम्पर्क कर सकता है।
योजना की डीसीपीएम कमलेश चौरसिया ने बताया जिला में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में अभी तक ग्रामीण क्षेत्र में 42511 एवं शहरी क्षेत्र में 10530 समेत कुल 53041 महिलाओं को लाभ मिल चुका है। कोरोना संक्रमण के दौरान उम्मीद से ज्यादा महिलाओं को लाभान्वित किया गया है। सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में किए जाते हैं जिसके लिए बैंक खाते में आधार कार्ड का लिंक होना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति लाभार्थी से ओटीपी या अन्य संवेदनशील सुचनाएं जैसे एकाउण्ट नम्बर, सीवीवी पिन मांगता है तो उसकी जानकारी कतई न दें, जानकारी मांगने वाला व्यक्ति पीएमवीवाई का प्रतिनिधि नहीं हो सकता है।