वाराणसी सहित कई जिलों के सैकड़ों लोगों की गाढ़ी कमाई लूटकर फरार शाइन सिटी कंपनी के एक और सदस्य को वाराणसी पुलिस ने जयपुर से गिरफ्तार किया है। पिछले कुछ दिनों में ये चौथी गिरफ्तारी है।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी राजीव सिंह – फोटो : अमर उजाला
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प्लाट और लुभावने स्कीम का लालच देकर करोड़ों का घोटाला करने वाली शाइन सिटी कंपनी पर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस की कार्रवाई जारी है। इस हफ्ते में तीसरे आरोपी राजीव सिंह को पुलिस ने शनिवार रात गिरफ्तार किया। आरोपी राजस्थान की राजधानी जयपुर के एक चार सितारा होटल में छिपा था। शाइन सिटी फर्जीवाड़ा मामले में पिछले चंद दिनों में ये चौथी गिरफ्तारी है। पुलिस का अब तक तीसरे राज्य में ऑपरेशन सफल रहा। इसके पहले बिहार और बंगाल से भी आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
वाराणसी और लखनऊ में धोखाधड़ी के आधा दर्जन मामलों में वांछित राजीव सिंह पर वारणसी कोर्ट से गैर जमानती वारंट भी जारी था। गिरफ्तारी टीम को पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने 50 हजार इनाम देने की घोषणा की है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि क्राइम ब्रांच वाराणसी व थाना चितईपुर/ लंका की पुलिस टीम ने राजीव सिंह को गुमान हेरिटेज होटल जयपुर (राजस्थान) से गिरफ्तार किया, जहां वह नाम बदलकर, छिपकर रह रहा था।
स्नातक पास राजीव ऐसे आया राशिद के संपर्क में वाराणसी के सुसुवाही के सत्संग विहार कॉलोनी निवासी राजीव कुमार सिंह मूलतः ग्राम- गौरा, थाना-मोहनिया जिला कैमूर (बिहार) का निवासी है। उसकी पत्नी नीतू सासाराम (बिहार) में मिडिल स्कूल में शिक्षिका है। राजीव ने स्नातक करने के बाद कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा किया है। 2011 में बिरला इंश्योरेंस कंपनी जॉइन किया जिसमें वह एजेंसी मैनेजर था। उस समय बिरला में राशिद नसीम कॉरपोरेट एजेंट था। दोनों का परिचय बिरला कंपनी में ही हुआ था।
2013 में शाइन सिटी इंफ़्राटेक कंपनी राशिद नसीम और उसके भाई आसिफ नसीम ने बनाई तब राजीव को लखनऊ में मैनेजर बनाया था। वर्ष 2014 में राजीव कुमार सिंह को वाराणसी का हेड नियुक्त किया, उस समय राशिद नसीम ने राजीव के नाम से राजातालाब खजूरी में जमीन का पावर ऑफ अटॉर्नी बनाया। किसानों से जमीन कंपनी की तरफ से राजीव ही खरीदता था।
ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) ने विवेचना के दौरान राजीव सिंह के विरुद्ध न्यायालय से गैर जमानती वारंट प्राप्त किया था। ईओडब्ल्यू से प्राप्त एनबीडब्ल्यू व हुकुम तहरीरी के आधार पर राजीव सिंह व अन्य अभियुक्तगणों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई। राजीव को गिरफ्तार कर थाना बजाज नगर, जयपुर में दाखिल कर सड़क मार्ग से वाराणसी लाया जा रहा है। पूछताछ के बाद न्यायिक अभिरक्षा में रिमांड के लिए न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
विस्तार
प्लाट और लुभावने स्कीम का लालच देकर करोड़ों का घोटाला करने वाली शाइन सिटी कंपनी पर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस की कार्रवाई जारी है। इस हफ्ते में तीसरे आरोपी राजीव सिंह को पुलिस ने शनिवार रात गिरफ्तार किया। आरोपी राजस्थान की राजधानी जयपुर के एक चार सितारा होटल में छिपा था। शाइन सिटी फर्जीवाड़ा मामले में पिछले चंद दिनों में ये चौथी गिरफ्तारी है। पुलिस का अब तक तीसरे राज्य में ऑपरेशन सफल रहा। इसके पहले बिहार और बंगाल से भी आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
वाराणसी और लखनऊ में धोखाधड़ी के आधा दर्जन मामलों में वांछित राजीव सिंह पर वारणसी कोर्ट से गैर जमानती वारंट भी जारी था। गिरफ्तारी टीम को पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने 50 हजार इनाम देने की घोषणा की है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि क्राइम ब्रांच वाराणसी व थाना चितईपुर/ लंका की पुलिस टीम ने राजीव सिंह को गुमान हेरिटेज होटल जयपुर (राजस्थान) से गिरफ्तार किया, जहां वह नाम बदलकर, छिपकर रह रहा था।
गिरफ्तारी वाली टीम में लंका थाने के एसआई प्रभाकर सिंह , भेलूपुर थाने के एसआई शैलेश यादव और तीन सिपाही शामिल रहे। गौरतलब है कि हाल ही में एसीएस होम द्वारा शाइन सिटी फर्जीवाड़ा के मुख्य आरोपी राशिद और आसिफ नसीम पर पांच लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। शातिर राजीव सिंह इस गैंग का प्रमुख सदस्य है।
वाराणसी के सुसुवाही के सत्संग विहार कॉलोनी निवासी राजीव कुमार सिंह मूलतः ग्राम- गौरा, थाना-मोहनिया जिला कैमूर (बिहार) का निवासी है। उसकी पत्नी नीतू सासाराम (बिहार) में मिडिल स्कूल में शिक्षिका है। राजीव ने स्नातक करने के बाद कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा किया है। 2011 में बिरला इंश्योरेंस कंपनी जॉइन किया जिसमें वह एजेंसी मैनेजर था। उस समय बिरला में राशिद नसीम कॉरपोरेट एजेंट था। दोनों का परिचय बिरला कंपनी में ही हुआ था।
किसानों से जमीन खरीदता था राजीव
पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश – फोटो : अमर उजाला
2013 में शाइन सिटी इंफ़्राटेक कंपनी राशिद नसीम और उसके भाई आसिफ नसीम ने बनाई तब राजीव को लखनऊ में मैनेजर बनाया था। वर्ष 2014 में राजीव कुमार सिंह को वाराणसी का हेड नियुक्त किया, उस समय राशिद नसीम ने राजीव के नाम से राजातालाब खजूरी में जमीन का पावर ऑफ अटॉर्नी बनाया। किसानों से जमीन कंपनी की तरफ से राजीव ही खरीदता था।
जयपुर के इसी होटल से हुई राजीव सिंह की गिरफ्तारी – फोटो : अमर उजाला
ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) ने विवेचना के दौरान राजीव सिंह के विरुद्ध न्यायालय से गैर जमानती वारंट प्राप्त किया था। ईओडब्ल्यू से प्राप्त एनबीडब्ल्यू व हुकुम तहरीरी के आधार पर राजीव सिंह व अन्य अभियुक्तगणों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई। राजीव को गिरफ्तार कर थाना बजाज नगर, जयपुर में दाखिल कर सड़क मार्ग से वाराणसी लाया जा रहा है। पूछताछ के बाद न्यायिक अभिरक्षा में रिमांड के लिए न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।