दिल्ली में समाजवादी पार्टी के रणनीतिकारों में शामिल एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि उनकी कोशिश है कि छोटे-छोट टुकड़ों में ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोज पार्टी में ज्वाइन कराया जाता रहे। वे कहते हैं ऐसा करके हम न सिर्फ बूथ लेवल पर अपनी पार्टी को मजबूत कर सकेंगे, बल्कि आने वाले विधानसभा के चुनाव में बड़ी जीत भी दर्ज कर सकेंगे…
विजय रथ यात्रा में अखिलेश यादव। – फोटो : Amar Ujala (File Photo)
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उत्तर प्रदेश में चुनाव जितना नजदीक आता जा रहा है राजनीतिक पार्टियां उसी तरीके से अपनी चुनावी बिसात बिछाती जा रही हैं। इसी चुनावी समर में समाजवादी पार्टी ने अपनी राजनैतिक फील्डिंग को कुछ इस कदर सजाना शुरू किया है, जो दिखने में बेशक बहुत मारक न लगे लेकिन अंदरूनी तौर पर वह एक बड़ा चक्रव्यूह साबित हो सकती है। समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि वह इसी चक्रव्यूह में फंसा कर भाजपा को सत्ता से बाहर कर देंगे।
‘रूठों’ को जोड़ना शुरू किया
समाजवादी पार्टी ने बीते कुछ महीनों से उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के तहसील कस्बे और गांव से लोगों को जोड़ना शुरू किया है। खासतौर से ये वही लोग हैं जो किसी न किसी राजनैतिक दल में पहले रहे थे और उनका अब अपनी पार्टी से मोहभंग हुआ और समाजवादी पार्टी में उम्मीद की किरण नजर आने लगी। ऐसे लोगों ने पार्टी में शामिल होना शुरू कर दिया। दरअसल समाजवादी पार्टी रोजाना किसी न किसी को अपनी पार्टी में ज्वाइन करा रही है। समाजवादी पार्टी से जुड़े एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि यह सब रणनीतिक तौर पर किया जा रहा है। हो सकता है दिखने में 30 से 50 अनजान चेहरे समाजवादी पार्टी से जुड़ते दिखें, लेकिन इनमें से हरेक का अपना जनाधार है। हर जुड़ने वाला व्यक्ति का अपने गांव, तहसील, ब्लॉक और शहर समेत जिलों में एक बड़े वोट पर अपना अधिकार है।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि सपा से जुड़ने वाला हर व्यक्ति बहुत बड़ा नेता न हो, लेकिन उसके साथ उसका अपना एक वजूद जरूर होता है। यही जनाधार विधानसभा में बूथ स्तर पर सबसे ज्यादा मजबूती प्रदान करता है। दिल्ली में समाजवादी पार्टी के रणनीतिकारों में शामिल एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि उनकी कोशिश है कि छोटे-छोट टुकड़ों में ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोज पार्टी में ज्वाइन कराया जाता रहे। वे कहते हैं ऐसा करके हम न सिर्फ बूथ लेवल पर अपनी पार्टी को मजबूत कर सकेंगे, बल्कि आने वाले विधानसभा के चुनाव में बड़ी जीत भी दर्ज कर सकेंगे।
सत्ता में वापसी का आधार होगा तैयार
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी कहते हैं कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का हुजूम लगातार पार्टी की ओर बढ़ता जा रहा है। चौधरी के मुताबिक जिस तरीके से लोग पार्टी में दिन-ब-दिन जुड़ रहे हैं, वह अगले कुछ दिनों के भीतर एक बहुत बड़ी संख्या के तौर पर सामने आएंगे। वह कहते हैं कि हर जुड़ने वाले आदमी के पीछे एक बड़ा जनसमूह है, जो विधानसभा चुनाव में कई सीटों पर समाजवादी पार्टी को जिताने में न सिर्फ कारगर होगा बल्कि सत्ता में वापसी के लिए आधार भी तैयार करेगा।
समाजवादी पार्टी में बीते एक सप्ताह के भीतर छोटे और बड़े नामों को मिलाते हुए तकरीबन साढ़े तीन हजार लोग पार्टी में शामिल हुए हैं। समाजवादी पार्टी के नेताओं के मुताबिक यह सिलसिला बीते कुछ महीनों से लगातार चल रहा है। समाजवादी पार्टी के नेता जुगल किशोर बाल्मीकि कहते हैं कि एक-एक बूंद मिल कर ही सागर बनता है, उसी अंदाज में समाजवादी पार्टी हर उस व्यक्ति का पार्टी में स्वागत करता है, जो उनकी विचारधारा से आस्था रखता है। वे कहते हैं कि अगले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का सत्ता से बेदखल होना बिल्कुल तय है। यही वजह है कि ज्यादा से ज्यादा लोग समाजवादी पार्टी में जुड़ते जा रहे हैं।
विस्तार
उत्तर प्रदेश में चुनाव जितना नजदीक आता जा रहा है राजनीतिक पार्टियां उसी तरीके से अपनी चुनावी बिसात बिछाती जा रही हैं। इसी चुनावी समर में समाजवादी पार्टी ने अपनी राजनैतिक फील्डिंग को कुछ इस कदर सजाना शुरू किया है, जो दिखने में बेशक बहुत मारक न लगे लेकिन अंदरूनी तौर पर वह एक बड़ा चक्रव्यूह साबित हो सकती है। समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि वह इसी चक्रव्यूह में फंसा कर भाजपा को सत्ता से बाहर कर देंगे।
‘रूठों’ को जोड़ना शुरू किया
समाजवादी पार्टी ने बीते कुछ महीनों से उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के तहसील कस्बे और गांव से लोगों को जोड़ना शुरू किया है। खासतौर से ये वही लोग हैं जो किसी न किसी राजनैतिक दल में पहले रहे थे और उनका अब अपनी पार्टी से मोहभंग हुआ और समाजवादी पार्टी में उम्मीद की किरण नजर आने लगी। ऐसे लोगों ने पार्टी में शामिल होना शुरू कर दिया। दरअसल समाजवादी पार्टी रोजाना किसी न किसी को अपनी पार्टी में ज्वाइन करा रही है। समाजवादी पार्टी से जुड़े एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि यह सब रणनीतिक तौर पर किया जा रहा है। हो सकता है दिखने में 30 से 50 अनजान चेहरे समाजवादी पार्टी से जुड़ते दिखें, लेकिन इनमें से हरेक का अपना जनाधार है। हर जुड़ने वाला व्यक्ति का अपने गांव, तहसील, ब्लॉक और शहर समेत जिलों में एक बड़े वोट पर अपना अधिकार है।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि सपा से जुड़ने वाला हर व्यक्ति बहुत बड़ा नेता न हो, लेकिन उसके साथ उसका अपना एक वजूद जरूर होता है। यही जनाधार विधानसभा में बूथ स्तर पर सबसे ज्यादा मजबूती प्रदान करता है। दिल्ली में समाजवादी पार्टी के रणनीतिकारों में शामिल एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि उनकी कोशिश है कि छोटे-छोट टुकड़ों में ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोज पार्टी में ज्वाइन कराया जाता रहे। वे कहते हैं ऐसा करके हम न सिर्फ बूथ लेवल पर अपनी पार्टी को मजबूत कर सकेंगे, बल्कि आने वाले विधानसभा के चुनाव में बड़ी जीत भी दर्ज कर सकेंगे।
सत्ता में वापसी का आधार होगा तैयार
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी कहते हैं कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का हुजूम लगातार पार्टी की ओर बढ़ता जा रहा है। चौधरी के मुताबिक जिस तरीके से लोग पार्टी में दिन-ब-दिन जुड़ रहे हैं, वह अगले कुछ दिनों के भीतर एक बहुत बड़ी संख्या के तौर पर सामने आएंगे। वह कहते हैं कि हर जुड़ने वाले आदमी के पीछे एक बड़ा जनसमूह है, जो विधानसभा चुनाव में कई सीटों पर समाजवादी पार्टी को जिताने में न सिर्फ कारगर होगा बल्कि सत्ता में वापसी के लिए आधार भी तैयार करेगा।
समाजवादी पार्टी में बीते एक सप्ताह के भीतर छोटे और बड़े नामों को मिलाते हुए तकरीबन साढ़े तीन हजार लोग पार्टी में शामिल हुए हैं। समाजवादी पार्टी के नेताओं के मुताबिक यह सिलसिला बीते कुछ महीनों से लगातार चल रहा है। समाजवादी पार्टी के नेता जुगल किशोर बाल्मीकि कहते हैं कि एक-एक बूंद मिल कर ही सागर बनता है, उसी अंदाज में समाजवादी पार्टी हर उस व्यक्ति का पार्टी में स्वागत करता है, जो उनकी विचारधारा से आस्था रखता है। वे कहते हैं कि अगले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का सत्ता से बेदखल होना बिल्कुल तय है। यही वजह है कि ज्यादा से ज्यादा लोग समाजवादी पार्टी में जुड़ते जा रहे हैं।