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मेरठ के गढ़ रोड स्थित न्यूटिमा अस्पताल में दो साल पहले शुरू हुई प्रेम कहानी के बाद मोनिसा ने पति वरुण को करवा चौथ के दिन रास्ते से हटा दिया। करवाचौथ वाले दिन ही पत्नी के प्रेमी नागेंद्र ने वरुण की हत्या कर डाली। वरुण नागेंद्र से एक दोस्त की तरह व्यवहार रखता था, लेकिन उसे शायद ही इस बात का अंदाजा रहा हो कि एक दिन नागेंद्र ही उसकी जान ले लेगा। नागेंद्र ने हमदर्द बनकर वरुण का भरोसा जीता और फिर उसके घर आना-जाना शुरू कर दिया था। नागेंद्र ने ही प्रेमिका के साथ मिलकर वरुण हत्याकांड को अंजाम दिया।
बागपत के बिजरौल गांव निवासी वरुण तोमर उर्फ बिट्टू को रविवार को करवाचौथ के दिन उसकी पत्नी मोनिसा ने प्रेमी नागेंद्र के साथ मिलकर मरवा दिया। नागेंद्र व उसका दोस्त वरुण का शव परतापुर स्थित गेझा गांव मार्ग स्थित काजमाबाद गून के जंगल में सोमवार को फेंककर फरार हो गए थे। पुलिस की पूछताछ में मोनिसा ने बताया कि दो साल पहले नागेंद्र निवासी खड़खड़ी, खरखौदा से गढ़ रोड स्थित हॉस्पिटल में मुलाकात हुई थी।
बड़ौत और मेरठ पुलिस ने नागेंद्र व उसके दोस्त की तलाश में कई जगह दबिश दी, लेकिन दोनों नहीं मिले। सीओ बड़ौत आलोक सिंह का कहना है कि नागेंद्र की गिरफ्तारी के बाद कई और राज खुलेंगे। महिला ने बताया है कि एक साल से पति को मारने की बात नागेंद्र कर रहा था। कई बार उसने वरुण पर हमला भी किया, लेकिन वह बच जाता था।
पुलिस ने फरार नागेंद्र और उसके दोस्त की तलाश में कई जगह दबिश दी, लेकिन वे हत्थे नहीं चढ़े। पुलिस की पूछताछ में मोनिसा ने बताया कि एक साल पहले पति को मारने की साजिश रची गई थी।
हत्यारोपी तक पहुंचने के लिए दोस्तों का सहारा
पुलिस के मुताबिक बड़ौत कोतवाली और परतापुर पुलिस हत्यारोपी नागेंद्र को पकड़ने के लिए उसके दोस्तों और उनके मोबाइल का सहारा ले रही है। कौन-कौन लोग उनके संपर्क में हो सकते हैं, ऐसे लोगों को चिह्नित किया जा रहा है।
पुलिस की मौजूदगी में हुआ अंतिम संस्कार
मेरठ में पोस्टमार्टम के बाद वरुण का शव बिजरौल गांव पहुंचा। परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया। मुखग्नि उसके नौ साल के बेटे ने दी।
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