अमर उजाला ब्यूरो, आगरा
Published by: Abhishek Saxena
Updated Tue, 02 Nov 2021 10:31 PM IST
सार
किसान यमुना नदी के पोहिया घाट पर पर पहुंचे और पानी में खड़े होकर उन्होंने प्रदर्शन किया। चेतावनी दी कि यदि समाधान नहीं हुआ तो जल समाधि ले ली जाएगी।
आगरा: यमुना के पानी में खड़े किसान – फोटो : अमर उजाला
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डीएपी खाद की किल्लत से परेशान किसानों ने मंगलवार को पोहिया घाट पर यमुना नदी में खड़े होकर प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए खाद उपलब्ध कराने की मांग की। हाथों में पोस्टर लेकर केंद्रों पर 72 घंटे में पर्याप्त खाद न मिलने पर जल समाधि की चेतावनी दी। आगरा क्षेत्र में 70 हजार हेक्टेयर खेती में आलू की पैदावार
किसान नेता चौधरी रामवीर सिंह और सौरभ चौधरी ने कहा कि आगरा क्षेत्र में 70 हजार हेक्टेयर खेती में आलू की पैदावार होती है। इस समय आलू की बुवाई तेजी से चल रही है, खाद न मिलने से किसान परेशान हैं। प्रदर्शन में सत्यवीर चौधरी, धर्मवीर चौधरी, रणबीर पोनिया, विजय सिंह, रज्जो प्रधान, राजू प्रधान मौजूद रहे। उधर, भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों ने जिला कृषि अधिकारी से मुलाकात कर डीएपी खाद की किल्लत के बारे में बताया। बृज प्रांत अध्यक्ष मोहन सिंह चाहर ने कहा कि सरकारी खरीद केंद्रों पर खाद की कमी है। यहां से किसानों को कई दिन इंतजार करने पर भी खाद नहीं मिल रहा है। निजी दुकानों पर खाद है, लेकिन वह तय कीमत से 200 रुपये अधिक ले रहे हैं। यदि इनकी जांच कर कालाबाजारी नहीं रोकी तो कृषि कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा।
डीएपी खाद की किल्लत से परेशान किसानों ने मंगलवार को पोहिया घाट पर यमुना नदी में खड़े होकर प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए खाद उपलब्ध कराने की मांग की। हाथों में पोस्टर लेकर केंद्रों पर 72 घंटे में पर्याप्त खाद न मिलने पर जल समाधि की चेतावनी दी।
आगरा क्षेत्र में 70 हजार हेक्टेयर खेती में आलू की पैदावार
किसान नेता चौधरी रामवीर सिंह और सौरभ चौधरी ने कहा कि आगरा क्षेत्र में 70 हजार हेक्टेयर खेती में आलू की पैदावार होती है। इस समय आलू की बुवाई तेजी से चल रही है, खाद न मिलने से किसान परेशान हैं। प्रदर्शन में सत्यवीर चौधरी, धर्मवीर चौधरी, रणबीर पोनिया, विजय सिंह, रज्जो प्रधान, राजू प्रधान मौजूद रहे। उधर, भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों ने जिला कृषि अधिकारी से मुलाकात कर डीएपी खाद की किल्लत के बारे में बताया। बृज प्रांत अध्यक्ष मोहन सिंह चाहर ने कहा कि सरकारी खरीद केंद्रों पर खाद की कमी है। यहां से किसानों को कई दिन इंतजार करने पर भी खाद नहीं मिल रहा है। निजी दुकानों पर खाद है, लेकिन वह तय कीमत से 200 रुपये अधिक ले रहे हैं। यदि इनकी जांच कर कालाबाजारी नहीं रोकी तो कृषि कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा।