सूरत, सूरत मनपा संचालित प्रधानमंत्री स्व निधि योजना के लाभ लारी-गल्ले वाले ले सके इस लिए सरकार श्री की योजनाओं सूरत मनपा के विडीसी विभाग के द्वारा चलाया जा रहे हैं लेकिन सरकारी योजना कोई भी हो अधिकारीयों को आपने पगार से खर्च कभी पूरा नही होता तो भष्टाचार को अपना निति-नियम बना कर लोगो की योजना को अन्य लोगो का फार्म भर कर उसे लाभ पहुचा रहे हैं जिसके साथ में लारी-गल्ले या किसी प्रकार की कोई भी संबंधित न हो उन लोगो ने फार्म भर कर सूरत मनपा संचालित प्रधानमंत्री स्व निधि योजना का लाभ दे कर अपना टार्गेट पूरा करने के लिए अधिकारी/कर्मचारी अपना काम-काज के समय इस तरह की कार्य में व्यस्त नजर आ रहे.जिसमें सूरत के सभी जोन में से उधना ज़ोन बड़ा क्षेत्र होने के बाद लोगो जिसकी जरूरत हैं उसे इस योजना का लाभ नही मिल पा रहा हैं और जिसे किसी प्रकार की योजना से संबंधित नही हैं उसके फार्म भर कर योजना का लाभ दिया जा रहा हैं सूत्रों के पास मिली जानकारी के अनुसंधान कर्मचारी को अपनी संगे-संबधियों के भी फार्म भरने के लिए अधिकारियो की ओर से निर्देश दिए गई हैं
लेकिन हाल में कोरोना केस में हो रही नई केस के संदभॆ में कोई कार्यवाही नही किया रहा हैं, अधिकारी सिर्फ अपना ल्क्षय पूरा करने के लिए परेशान हैं अगर जाँच किया जाया तो एक बड़ा खोटाला सामने आएगा.
लेकिन यह भी नई बात नही हैं क्योंकि सरकारी विभाग घोटालाग्रस्त विभाग सूरत मनपा का घोषित किया जाय तो आश्चर्य नही होगा क्योकिं किसी भी विभाग में अगर आर.टी.आई. के माध्मय से जानकारी प्राप्त करना चोहो तो नही मिलेगा जवाब यह मिलता हैं की गिरीश रामचंद्र देशपांडे ८(१) जे का सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर मना कर देते है जिसके बाद मनमानीपूर्ण भष्टाचार करते रहते है,
सूत्रों के अनुसार सूरत मनपा के कितने ही अधिकारी पर विभागीय जाँच में गलत पाया जाने के बाद भी पदोन्नति देकर भष्टाचार की चरमसीमा तक जाने की कोशिश जरी हैं