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सीबीआई ने 154 लोगों के बयान को बनाया आधार : नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए आनंद गिरि ने ही किया था मजबूर 

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संवाद न्यूज एजेंसी, प्रयागराज
Published by: विनोद सिंह
Updated Sat, 20 Nov 2021 08:46 PM IST

सार

सीबीआई ने आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी के  खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। सुसाइड पूर्व वीडियो, सुसाइड नोट और तमाम ऑडियो क्लिप बने चार्जशीट का आधार। सीबीआई ने 154 लोगों से की पूछताछ, अधिकांश ने आनंद को बताया दोषी। 
 

Prayagraj News : योग गुरु आनंद गिरि और महंत नरेंद्र गिरि। फाइल फोटो
– फोटो : प्रयागराज

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महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए आनंद गिरि ने मजबूर किया था। आनंद की ब्लैकमेलिंग के कारण नरेंद्र गिरि इतना परेशान हो गए कि उन्होंने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सीबीआई ने शनिवार को सीजेएम की अदालत में आनंद, आद्या, और संदीप तिवारी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी। सुसाइड पूर्व वीडियो, सुसाइड नोट, तमाम आडियो क्लिप और 154 लोगों के बयान को सीबीआई ने चार्जशीट का आधार बनाया है। 

महंत नरेंद्र गिरि खुदकुशी प्रकरण में सीबीआई ने करीब दो महीने की जांच के बाद शनिवार को आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हरेंद्र नाथ ने आरोप पत्र देखने के बाद कहा कि चार्जशीट पर संज्ञान लिए जाने के पर्याप्त आधार उपलब्ध हैं। जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेश हुए आरोपियों ने भी इस पर कोई आपत्ति नहीं दर्ज कराई।

सीबीआई की चार्जशीट में सुसाइड से पहले के वीडियो, सुसाइड नोट और ऑडियो क्लिप को आधार बनाया गया है। इसके अलावा मठ के कर्मचारियों, साधु संतों तथा अन्य लोग, जो नरेंद्र गिरि और आनंद गिरि से जुड़े हुए थे, ऐसे 154 लोगों के बयान भी इसमें शामिल हैं। चार्जशीट के मुताबिक आनंद गिरि की ब्लैकमेलिंग से नरेंद्र गिरि इतने परेशान हो गए थे, उन्हें और कोई रास्ता नहीं सूझा।

ब्लैकमेलिंग और परेशान किए जाने के पर्याप्त सुबूत भी मिले हैं। संदीप और आद्या, लगातार आनंद गिरि से संपर्क में थे। सीबीआई ने धारा 306 और 120 बी के तहत तीनों को दंडित करने की अदालत से याचना की है। आरोपियों की ओर से अधिवक्ता हरिकृष्ण, सुनील पांडेय, विनीत विक्रम सिंह ने अपना पक्ष प्रस्तुत किया। 

चार्जशीट के निहितार्थ

  • महंत नरेंद्र गिरि की हत्या नहीं हुई थी। उन्होंने खुदकुशी ही की थी। ब्लैकमेलिंग और परेशान किए जाने के पर्याप्त सुबूत सीबीआई के पास। 
  • सुसाइड पूर्व बनाया गया वीडियो, सुसाइड नोट और ऑडियो क्लिप आरोपियों के खिलाफ बना आधार, इसी पर चार्जशीट दाखिल। 
  • सीबीआई ने दो महीने की जांच में तीनों आरोपियों को 14 दिन के लिए लिया था कस्टडी रिमांड पर। हरिद्वार भी ले गई थी सीबीआई। 
  • जांच टीम ने 154 लोगों के बयान दर्ज किए थे, जिनमें मठ के कर्मचारी, साधु संत के अलावा नरेंद्र गिरि व आनंद से जुड़े तमाम लोग थे शामिल। 
  • फोरेंसिक टीम, राइटिंग एक्सपर्ट और सीबीआई के टेक्निकल एडवाइजरों ने केस के खुलासे में निभाई महती भूमिका। 

विस्तार

महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए आनंद गिरि ने मजबूर किया था। आनंद की ब्लैकमेलिंग के कारण नरेंद्र गिरि इतना परेशान हो गए कि उन्होंने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सीबीआई ने शनिवार को सीजेएम की अदालत में आनंद, आद्या, और संदीप तिवारी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी। सुसाइड पूर्व वीडियो, सुसाइड नोट, तमाम आडियो क्लिप और 154 लोगों के बयान को सीबीआई ने चार्जशीट का आधार बनाया है। 

महंत नरेंद्र गिरि खुदकुशी प्रकरण में सीबीआई ने करीब दो महीने की जांच के बाद शनिवार को आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हरेंद्र नाथ ने आरोप पत्र देखने के बाद कहा कि चार्जशीट पर संज्ञान लिए जाने के पर्याप्त आधार उपलब्ध हैं। जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेश हुए आरोपियों ने भी इस पर कोई आपत्ति नहीं दर्ज कराई।

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