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महंत नरेंद्र गिरि केस : पुजारी के पद से हटाया था आद्या को, इसी कारण हुई थी दुश्मनी

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सार

आद्या के बेटे संदीप तिवारी ने ही चारों तरफ अफवाह फैलाई थी कि नरेंद्र गिरि का बना है वीडियो, मंदिर परिसर में आद्या ने नरेंद्र गिरि से की थी अभद्रता, सीबीआई को मिला ऑडियो।

Prayagraj : आद्या प्रसाद तिवारी और महंत नरेंद्र गिरि (फाइल फोटो)।
– फोटो : प्रयागराज

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महंत नरेंद्र गिरि ने 30 मई 2021 को हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी को उनके पद से हटा दिया था। इतना ही नहीं आद्या के बेटों संदीप और दिलीप की मंदिर में परिसर में दुकानें छीन ली थीं। नरेंद्र गिरि से आद्या और संदीप की इस कारण दुश्मनी हो गई थी। दोनों खुलकर आनंद गिरि के साथ आ गए थे। संदीप ने ही चारों तरफ प्रचारित किया था कि महंत नरेंद्र गिरि का एक आपत्तिजनक वीडियो बना है। इससे संबंधित कई ऑडियो क्लिप सीबीआई को मिले हैं, जिनका चार्जशीट में विस्तार से उल्लेख किया गया है। 

नैनी के अरैल का रहने वाल आद्या प्रसाद तिवारी हनुमान मंदिर में वर्षों से पुजारी है। मंदिर परिसर में उसका बड़ा बेटा दिलीप प्रसाद की और छोटा बेटा संदीप फूल माला  की दुकान चलाता था। नरेंद्र गिरि और आनंद के बीच विवाद की शुरुआत के बाद संदीप, आनंद को मठ और मंदिर में होने वाली गतिविधियों के बारे में बताता था। यह बात नरेंद्र गिरि को पता चली तो वह बहुत नाराज हुए। उन्होंने संदीप को काफी उल्टा सीधा सुनाया था। इसी बीच संदीप ने कई जगह कहा कि नरेंद्र गिरि का एक आपत्तिजनक वीडियो बना है। वीडियो को लेकर चारों तरफ चर्चा होने लगी।

संदीप के दोस्त पुरुषोत्तम और नरेंद्र गिरि के करीबी लवकुश मिश्रा के बीच मोबाइल पर इसी मुद्दे पर बहस हो गई। एक ने नरेंद्र गिरि और दूसरे ने आनंद गिरि के बारे में अपशब्द कहे। बातचीत की रिकार्डिंग पुरुषोत्तम से लेकर संदीप ने आनंद गिरि को भेज दिया। आनंद ने निरंजनी अखाड़े के सचिव रवींद्र पुरी को भेजा। उन्होंने सुनने के बाद इसे नरेंद्र गिरि को भेज दिया। नरेंद्र गिरि के करीबी पुरुषोत्तम की आवाज पहचानते थे।

उसे 30 मई 2021 को बड़े हनुमान मंदिर स्थित कार्यालय में बुलाया गया। आद्या भी पुरुषोत्तम के साथ गया था। नरेंद्र गिरि ने पुरुषोत्तम से इस ऑडियो को रिकार्ड करने वाले का नाम पूछा तो आद्या ने उससे नाम बताने से मना कर दिया। यह सुनते ही नरेंद्र गिरि आद्या तिवारी पर भड़क गए। दोनों में बहस हो गई। नरेंद्र गिरि ने आद्या को तुरंत पुजारी पद से हटा दिया और दोनों बेटों की दुकानें छीन लीं। इसके बाद आद्या और संदीप खुलकर आनंद के पक्ष में आ गए। उनकी आनंद से बातचीत की रिकार्डिंग भी सीबीआई को मिली है। 

आद्या ने कहा, आप 2004 में आए, मैं 1978 से पुजारी 
हनुमान मंदिर परिसर में बहस के दौरान जब नरेंद्र गिरि ने आद्या से तुरंत मंदिर से निकल जाने को कहा तो उसने भी मंहत नरेंद्र गिरि से अभद्रता से बात की। आद्या ने महंत से कहा कि ‘वह 2004 में महंत बने हैं। मैं 1978 से हनुमान मंदिर का पुजारी हूं। मुझको ऐसे नहीं निकाला जा सकता’। हालांकि घटना के अगले दिन आद्या ने महंत नरेंद्र गिरि से माफी मांग ली थी। कुछ दिनों बाद आद्या को दोबारा पुजारी के पद पर बहाल कर दिया गया था, लेकिन तमाम अधिकार छीन लिए गए थे, जिसमें दान के पैसों का हिसाब किताब भी शामिल था।

विस्तार

महंत नरेंद्र गिरि ने 30 मई 2021 को हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी को उनके पद से हटा दिया था। इतना ही नहीं आद्या के बेटों संदीप और दिलीप की मंदिर में परिसर में दुकानें छीन ली थीं। नरेंद्र गिरि से आद्या और संदीप की इस कारण दुश्मनी हो गई थी। दोनों खुलकर आनंद गिरि के साथ आ गए थे। संदीप ने ही चारों तरफ प्रचारित किया था कि महंत नरेंद्र गिरि का एक आपत्तिजनक वीडियो बना है। इससे संबंधित कई ऑडियो क्लिप सीबीआई को मिले हैं, जिनका चार्जशीट में विस्तार से उल्लेख किया गया है। 

नैनी के अरैल का रहने वाल आद्या प्रसाद तिवारी हनुमान मंदिर में वर्षों से पुजारी है। मंदिर परिसर में उसका बड़ा बेटा दिलीप प्रसाद की और छोटा बेटा संदीप फूल माला  की दुकान चलाता था। नरेंद्र गिरि और आनंद के बीच विवाद की शुरुआत के बाद संदीप, आनंद को मठ और मंदिर में होने वाली गतिविधियों के बारे में बताता था। यह बात नरेंद्र गिरि को पता चली तो वह बहुत नाराज हुए। उन्होंने संदीप को काफी उल्टा सीधा सुनाया था। इसी बीच संदीप ने कई जगह कहा कि नरेंद्र गिरि का एक आपत्तिजनक वीडियो बना है। वीडियो को लेकर चारों तरफ चर्चा होने लगी।

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