सूरत में शिवशक्ति मार्केट को फायर NOC जारी करने वाली एजेंसी की अब गहराई से जांच होगी। फायर विभाग ने इस मामले में कई अहम सवाल खड़े किए हैं और विभिन्न मुद्दों पर स्पष्टीकरण मांगा है।

क्या है मामला?
शिवशक्ति मार्केट में फायर सेफ्टी से जुड़े मानकों को लेकर सवाल उठे थे। मार्केट को फायर NOC जारी करने की प्रक्रिया और एजेंसी की भूमिका पर संदेह जताया गया था।
फायर विभाग करेगा जांच
- NOC जारी करने वाली एजेंसी की पूरी जांच होगी कि क्या सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था या नहीं।
- मार्केट में फायर सेफ्टी उपकरण और निकासी व्यवस्थाओं की समीक्षा की जाएगी।
- यदि कोई अनियमितता पाई जाती है, तो एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन की सख्ती
शहर में फायर सुरक्षा मानकों की अनदेखी को लेकर प्रशासन पहले से ही सख्त रुख अपना रहा है। यदि शिवशक्ति मार्केट को बिना उचित निरीक्षण के NOC जारी की गई होगी, तो संबंधित एजेंसी और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
आगामी दिनों में फायर विभाग अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी।
आगे की कार्रवाई
- फायर विभाग की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
- यदि कोई लापरवाही पाई जाती है, तो दोषियों पर कानूनी कार्रवाई होगी।
- फायर NOC से जुड़े दस्तावेजों की भी जांच की जाएगी।
फिलहाल प्रशासन इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा उपायों की समीक्षा कर रहा है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
500 से अधिक दुकानें जलकर खाक
शिवशक्ति मार्केट में कुल 854 दुकानें थीं, जिनमें से 500 से अधिक दुकानें आग की चपेट में आ गईं। इस हादसे से व्यापारियों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है।
फायर ब्रिगेड को आई दिक्कतें
- मार्केट के गेट के बाहर अतिक्रमण होने के कारण फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को अंदर जाने में परेशानी हुई।
- 48 घंटे तक लगातार कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पाया गया।
- आग पर नियंत्रण के बाद फायर ब्रिगेड ने मार्केट का कब्जा पुलिस को सौंप दिया।
अब प्रशासन इस मामले की गंभीर जांच कर रहा है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और जिम्मेदार एजेंसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।
