सूरत, सूरत के सारोली में स्टेट मॉनिटरिंग सेल ने छापा मारकर दमन की तरह गुलजार रहने वाले बीयर बार का भंडाफोड़ किया है. सरोली थाने से महज एक किमी दूर फ्रिज, कूलर, टेबल-कुर्सियों की सुविधा वाले शराब अड्डे से 10 ग्राहकों को पकड़ा गया है. हालांकि, 15 से ज्यादा लोग भाग निकले. सूचना के आधार पर पुलिस के यहां छापेमारी करते ही अफरा तफरी मच गई.
स्टेट मॉनिटरिंग सेल को सूचना मिली कि सूरत में एक सूचीबद्ध बूटलेगर, दिलीप पाटिल, सरोली में सयोना चार रोड के पास अंडा गली में बीयर बार की तरह शराब बार चला रहा था. बीयर बार की तरह यहां भी सीलिंग फैन, बिजली का बल्ब, ट्यूब लाइट, आइस बॉक्स, फ्रिज, एयर कूलर, पानी का जग, स्वाद कलिकाएं, मूंग, चना, बड़ी मात्रा में वेफर पैकेट, जलजीरा पैकेट मिले. इसके अलावा पानी की बोतलें, कोल्ड ड्रिंक की बोतलें, सोडा की बोतलें, प्लास्टिक के गिलास, कागज के बर्तन के पैकेट भी मिले. यहां बीयर बार की तरह खाने-पीने की व्यवस्था के साथ-साथ ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा भी दी गई थी. फोन-पे और पेटीएम के कुल 7 क्यूआर कोड स्कैनर का पता चला. अवैध शराब तस्कर बिना किसी डर के ग्राहकों से ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से पैसे स्वीकार करते थे. सूचना के आधार पर पुलिस के यहां छापेमारी करते ही अफरा तफरी मच गई. एक छत की आड़ में हरे जाल से एक अलग कंपार्टमेंट बनाया गया और शराब अड्डे पर दमन के बीयर बार जैसी सुविधा बनाई गई थी. पुलिस ने मौके से 10 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें पहरा रखने वाले दो युवक और शराब का लुत्फ लेने आए ग्राहक भी शामिल है. जहां बाकी ग्राहक खेत की ओर भागने में सफल रहे.
जानकारी के मुताबिक, राजूनगर का दिलीप रमेश घरटे यह शराब अड्डा चला रहा था. इस मामले में सरोली पुलिस में मामला दर्ज कर बूटलेगर दिलीप पाटिल, जीतू जिंजला, राजेंद्र, राहुल चंदेल, महेंद्र धराटे समेत 7 को वांछित घोषित किया गया था. पुलिस ने 61 हजार की शराब, 72 हजार की शराब और चखना, 10 मोबाइल, 6 दोपहिया वाहन मिलकर 5.04 लाख का माल जब्त किया. शराब तस्कर दिलीप ने अड्डा के बाहर पहरा रखने के लिए 2 लोगों को 10-15 हजार मासिक वेतन पर और शराब बेचने के लिए एक वेतनभोगी को काम पर रखा था. यहां लोहे की टेबल पर 10 छोटे बैग में अंग्रेजी शराब की छोटी-बड़ी 171 बोतलें मिली. शराब की दुकान पर ग्राहकों के लिए स्थापित की गई सुविधा को देखकर SMC अधिकारी हैरान रह गए.