सूरत, सूरत नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने दूसरे दिन भी पानीपुरी विक्रेताओं पर कार्रवाई जारी रखी। पांडेसरा के वडोद गांव मे कार्यवाही के बाद पुणागांव में छापेमारी कर भारी मात्रा में पूड़ी और उबले आलू नष्ट किए गए। स्वास्थ्य विभाग ने उधना, पांडेसरा और गोवालक में छापेमारी कर बदबूदार झोपड़ियों में बनी एक लाख पूड़ियां नष्ट करवाईं थी जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने पुणागांव इस तरह की कार्यवाही की।
सोमवार को नगर निगम की टीम ने उधना, पांडेसरा और गोवालक में छापेमारी की और बदबूदार खुले स्थानों में पानीपुरी बनाने के छोटे गोदाम पाए गए। गोदाम पर सड़े हुए आलू और फफूंद लगे चने भी पाए गए, वे 5 से 7 दिन पहले पूरी बनाकर रख देते थे और सप्लाई के लिए मिट्टी में दबा देते थे। जिन क्षेत्रों में छापेमारी की गई, वहां डायरिया के मामले सबसे अधिक पाए जाते हैं।
टीम ने सेंट्रल जोन में 21 प्रतिष्ठानों की जांच कर 82 किलो पूड़ियां नष्ट कीं तथा 8,250 रुपए का जुर्माना वसूला। वहीं उधना में 24 प्रतिष्ठानों की जांच कर 286 किलो पूड़ियां नष्ट कीं तथा 18,200 रुपए का जुर्माना वसूला। गोवालक रोड पर 15 झोपड़ियों में पानीपूरी बनाई जा रही थी। तलने का तेल भी काला था। पानीपूरी को गंदे फर्श पर डालकर जमा किया जाता था। पानीपुरी बनाने वाले 45 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई और 25 हजार से अधिक का जुर्माना वसूला गया।