सिटी इंजीनियर की नियुक्ति ‘टॉक ऑफ द टाउन’ बन गई है।
सूरत महानगरपालिका में लिए जा रहे कुछ निर्णयों को लेकर अधिकारी और शासक हास्यास्पद स्थिति में पहुंच गए हैं। अधिकारी गंभीर मामलों में भी उचित रूप से सावधानी नहीं बरत रहे हैं, जिसके चलते गलत निर्णय लिए जा रहे हैं। महकमा विभाग की गलती के कारण सिटी इंजीनियर की नियुक्ति ‘टॉक ऑफ द टाउन’ बन गई है।
नियमों के अनुसार, जिस अधिकारी के खिलाफ शोकॉज नोटिस या चार्जशीट हो, उसे किसी अन्य पद पर पदोन्नति नहीं मिल सकती। इसके बावजूद विभागीय लापरवाही के चलते जतीन देसाई को सिटी इंजीनियर पद पर नियुक्त कर दिया गया। भेस्तान आवास योजना के तहत जो आवास बनाए गए थे, वे जर्जर हो गए थे और यह मामला काफी चर्चित रहा था। उसी मामले में जतीन देसाई के खिलाफ चार्जशीट जारी की गई थी। जब स्थायी समिति द्वारा आयुक्त को पूरक प्रस्ताव भेजा गया जिसमें जतीन देसाई के खिलाफ चार्जशीट होने के कारण उनकी नियुक्ति रद्द करने की मांग की गई, तब यह सवाल उठाया गया कि स्थायी समिति के अध्यक्ष ने पहले ही इस मामले का खुलासा क्यों नहीं किया। इसे लेकर अधिकारियों की जमकर खिंचाई हुई है।
जिस भी विभाग द्वारा यह गलती की गई है, उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने और जो भी कदम उठाए गए हैं, उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के सख्त निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
