सूरत में देह व्यापार के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। होटलों में चल रहे कुटिनखानों (वेश्यालयों) के बाद अब कारखानों में भी देह व्यापार का गोरखधंधा सामने आया है। पुलिस ने एक कारखाने में छापा मारकर वहां से महिलाओं सहित कुल 6 ग्राहकों को पकड़ा है। इस कार्रवाई के दौरान यह खुलासा हुआ कि कारखाने की आड़ में देह व्यापार का अड्डा चलाया जा रहा था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आवश्यक धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू की है।

अचानक रेड में पकड़ा गया देह व्यापार का अड्डा
पुलिस को मिली ठोस सूत्रों की जानकारी के आधार पर घनश्यामनगर स्थित इस यूनिट में रेड की गई। रेड के दौरान देह व्यापार में शामिल तीन महिलाओं को बचा लिया गया, जबकि एक महिला संचालिका और छह ग्राहकों को गिरफ्तार किया गया। जांच में पता चला कि यह कुटनखाना पिछले दो महीनों से चल रहा था।
औद्योगिक इलाके में चल रहा था कुटनखाना
औद्योगिक इलाके में अधिकांश लोग दूसरे राज्यों से आए हुए हैं और परिवार से दूर रहते हैं। इसी वजह से यहां कुटनखाना शुरू किया गया था। यहां काम करने वाले श्रमिक इस कुटनखाने में आते थे। ग्राहकों को बुलाकर खास कमरे में शरीर सुख की सुविधाएं दी जाती थीं। यह पूरा नेटवर्क महिला संचालिका द्वारा संचालित किया जा रहा था। ग्राहकों से 500, 700 और 1000 रुपये लिए जाते थे।
द इमोरल ट्रैफिकिंग प्रिवेंशन एक्ट के तहत कार्रवाई
वराछा पुलिस ने पूरे मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। महिला संचालक और छह ग्राहकों के खिलाफ ‘द इमोरल ट्रैफिकिंग (प्रिवेंशन) एक्ट, 1956’ की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। तीनों महिलाएं देह व्यापार की शिकार बताई जा रही हैं, जिन्हें बचाकर सुरक्षित घर में रखा गया है।
वराछा पुलिस ने आगे जांच शुरू की
वराछा पुलिस ने इस केस में और जांच शुरू कर दी है। महिला संचालक से पूछताछ के जरिए इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों, उनके संपर्कों और ग्राहकों की जानकारी जुटाने का काम चल रहा है।