सूरत, सचिन:शहर के सचिन क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित किया गया “टीबी मुक्त अभियान” अब विवादों के घेरे में आ गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि स्वास्थ्य अधिकारी खुद बिना मास्क लोगों के बीच मौजूद हैं, जबकि अभियान में शामिल सभी लोगों को मास्क अनिवार्य किया गया था।
मिली जानकारी के अनुसार, इस अभियान में खासतौर पर गरीब और सामान्य परिवारों के लोगों को आमंत्रित किया गया था। लेकिन जिस तरह से इस कार्यक्रम की रचना और संचालन किया गया, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि इनकी उपस्थिति महज दिखावे के लिए थी – जागरूकता के नाम पर एक तरह का मजाक किया गया।




स्थानीय नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया:
कई स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा –”जब अधिकारी खुद नियमों का पालन नहीं करते, तो आम जनता को शिक्षा देना दिखावा और ढोंग ही कहलाएगा।” कुछ लोगों ने इस कार्यक्रम को “फोटोशूट अभियान” करार दिया, जहां वास्तविक प्रभाव (impact) के बजाय ब्रांडिंग और प्रचार को प्राथमिकता दी गई।
बड़ा सवाल:
क्या ऐसे अभियानों से वास्तव में जागरूकता लाई जा सकती है?
या फिर गरीबों को महज़ सोशल मीडिया पोस्ट के बैकड्रॉप के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है?
फिलहाल इस मुद्दे पर प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
लेकिन सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर हो रही आलोचनाएं बता रही हैं कि लोगों के मन में इस अभियान को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो चुके हैं।