सूरत पुलिस ने फर्जी डॉक्टरों द्वारा झूठी प्रैक्टिस और लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करने वाले घोटाले का खुलासा किया है।
मुख्य बिंदु:
- 13 फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार: सूरत शहर पुलिस ने 13 फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है, जो नकली सर्टिफिकेट के आधार पर प्रैक्टिस कर रहे थे।
- 1500 फर्जी सर्टिफिकेट जब्त: पुलिस को जांच के दौरान 1500 फर्जी चिकित्सा सर्टिफिकेट मिले।
- सर्टिफिकेट बनाने के लिए 70,000 रुपये की लेन-देन: फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर लोगों को डॉक्टर बनाने के इस घोटाले में शामिल आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
घोटाला कैसे चलता था?
यह आरोपी 70,000 रुपये लेकर नकली चिकित्सा सर्टिफिकेट बनाते थे, जिससे बिना मान्यता के लोग डॉक्टर बनकर प्रैक्टिस करने लगते थे। इससे हजारों लोगों की जान खतरे में पड़ी।
कार्रवाई:
- पुलिस ने इस घोटाले की जानकारी मिलते ही तत्काल जांच शुरू की।
- सभी आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
यह घोटाला दिखाता है कि कैसे जालसाज लोगों की जान के साथ संगठित तरीके से खिलवाड़ कर रहे थे। सूरत पुलिस ने मामले की आगे जांच शुरू कर दी है और अन्य दोषियों को पकड़ने के लिए प्रयास जारी हैं।
अब लोगों को सतर्क रहना जरूरी है और केवल प्रमाणित एवं लाइसेंस प्राप्त डॉक्टरों से ही इलाज करवाना चाहिए।